मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अंगदान और देहदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य सरकार ने अपने शरीर या अंगदान करने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर देने का निर्णय लिया है।मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इन दानदाताओं के परिवार के सदस्यों को भी गणतंत्र दिवस या स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। लोगों को अपने शरीर और अंगदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
मोहन यादव का बयान
मोहन यादव एक्स ने कहा, “मृत्यु के बाद जीवन का उपहार देना केवल दान नहीं है, यह अमरता है। मध्य प्रदेश सरकार ने संकल्प लिया है कि अपने शरीर या हृदय, लीवर और किडनी का दान करने वाले महान लोगों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी जाएगी और उनके परिवार के सदस्यों को 26 जनवरी या 15 अगस्त को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाएगा।”
सीएम मोहन यादव की घोषणा के बाद राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी संभागों के आयुक्तों, जिला मजिस्ट्रेटों, पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए। मध्य प्रदेश सरकार की कोशिश है कि बड़ी संख्या में लोग अंगदान और देहदान के लिए प्रेरित हों। अगर कोई ऐसा करता है तो केवल दान करने वाला व्यक्ति ही नहीं बल्कि उसका परिवार भी सम्मानित किया जाएगा।
हिमाचल के मंत्री ने NHAI अधिकारियों को पीटा, FIR दर्ज; नितिन गडकरी ने मामले का लिया संज्ञान
मोहन यादव ने फरवरी महीने में एम्स का दौरा किया था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में हृदय प्रत्यारोपण और अंग प्रत्यारोपण की सुविधा को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए एयर एंबुलेंस की सुविधा पर जोर दिया था। सीएम ने कहा था कि इसके माध्यम से हर जगह पर अंग पहुंचाया जा सकता है।
आयुष्मान कार्ड का भी मिलेगा लाभ
मध्य प्रदेश सरकार के फैसले पर राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह फैसला काफी अहम कदम है और इससे ज्यादा लोग अंगदान और देहदान के लिए प्रेरित होंगे। मध्य प्रदेश सरकार ने अंगदान करने वाले के परिवार को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने का भी वादा किया है।