मध्यप्रदेश में बारिश और बाढ़ से राज्य के कई इलाके प्रभावित हुए हैं। मध्य प्रदेश के 9 जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में बाढ़ ने तबाही मचाई है। भारी बारिश के चलते शाजापुर में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। राज्य बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए वायुसेना की मदद ली जा रही है।

वायुसेना ने हेलीकॉप्टर के जरिये बाढ़ प्रभावित लोगों को निकाला। एयरफोर्स की टीम ने छिंदवाड़ा में महिला के कमर में रस्सी बांध कर निकाला। महत्वपूर्ण बात यह रही कि महिला के गोद में बच्चा भी था। इस दौरान एयरफोर्स टीम के दो सदस्य बाहर की तरफ लटके हुए थे। जबकि शेष सदस्य अंदर से इस बचाव कार्य को पूरा करने में सहयोग कर रहे थे। एयरफोर्स की टीम में बड़ी ही सावधानीपूर्वक और कुशलता से इस मिशन को अंजाम दिया।

इसके अलावा टीम ने बुजुर्गों को भी सीहोर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकालने में मदद की। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर ने सीहोर के सोमलवाड़ा से करीब दर्जन भर लोगों को एयरलिफ्ट किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के होशंगाबाद और अन्य जिलों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। चौहान ने कहा कि आज सवेरे मैंने प्रधानमंत्री जी को बाढ़ की स्थिति की पूरी जानकारी दी। हमने रात भर रेस्क्यु ऑपरेशन जारी रखे। नरेला गांव में फंसे सीहोर जिले के पांचों लोगों को रात ढाई बजे सुरक्षित निकाला गया।

बालाघाट जिले के एक गांव में फंसे तीन लोगों को भी एयरलिफ्ट कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 7000 से अधिक लोगों को बचाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। छिंदवाड़ा में बाढ़ में फंसे 5 लोगों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बांध से भी पानी का डिस्चार्ज कम किया है लेकिन अभी भी बारिश की संभावना है।

उन्होंने कहा कि मेरा लोगों से आग्रह है कि प्रशासन जिन गांवों से निकलने का आग्रह कर रहा है वहां रुकने की जिद न करें। यथासंभव हम राहत शिविरों में सारी व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी तरफ, पिछले तीन दिन से हो रही लगातार भारी बारिश के चलते सीहोर जिले के आष्टा इलाके में रविवार तड़के एक मकान के अचानक ढह जाने से 35 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई, जबकि मलबे में दबे तीन लोगों को बचा लिया गया है।