बीजेपी शासित मध्य प्रदेश में भूख के कारण एक दो साल की बच्ची की मौत पर राज्य के एक मंत्री ने अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आज के युग में किसी की भूख से मौत नहीं हो सकती है। मध्य प्रदेश के खाद्य मंत्री ओपी. धुर्वे ने कहा, ‘राशन की कोई कमी नहीं है। कोई भीख मांगता है तो दे देते हैं। हिंदुस्तान के लोगों में इतना तो रहम है। मैं मान ही नहीं सकता हूं…आज के युग में किसी की भूख से मौत हो ही नहीं सकती है।’ बता दें कि राज्य के भिंड जिले में एक दो साल की बच्ची ने भूख से तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया था। इस मामले के मीडिया में आने के बाद मंत्री का यह बयान सामने आया है।

बच्ची के पिता मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें काम से हटा दिया गया था। मजदूरी नहीं मिलने के कारण वह राशन खरीदने में असमर्थ थे, जिसके कारण बच्ची को दो दिन से खाना नहीं मिला था। आखिरकार भूख से उसकी मौत हो गई। इससे पहले, जिला प्रशासन को जब एक परिवार के भूखे होने की खबर मिली तो आनन-फानन में पहुंचे एसडीएम ने परिवार को दस हजार रुपये की आर्थिक मदद दी और खाने की व्यवस्था कराई थी। लेकिन, दो दिन से भूखी बुखार से तड़प रही बच्ची ने दम तोड़ दिया था।

बाल मृत्यु दर में मध्य प्रदेश की स्थिति बेहद खराब: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा में मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2016 में विभिन्न वजहों के चलते प्रतिदिन 64 बच्चों (छह वर्ष या उससे कम उम्र) की मौत हुई थी। इनमें कुपोषण भी प्रमुख वजह थी। सरकार ने बताया था कि उस साल कुल 25,440 बच्चों की अकाल मृत्यु हो गई थी। इस मामले में राज्य का रिकॉर्ड कई अफ्रीकी देशों से भी खराब पाया गया था। तमाम तरह की सरकारी योजनाओं के बावजूद बच्चों को कुपोषण से उबार पाने में सफलता नहीं मिली है। मालूम हो कि मध्य प्रदेश बीमारु राज्यों की श्रेणी में शामिल है। वर्ष 2015 में एक रिपोर्ट में दुनिया भर में हर 15 सेकेंड में भूख से एक बच्चे के मरने की बात कही गई थी। विकसित देशों से इस मद में और फंड देने की अपील की गई थी, ताकि इस भयावह तस्वीर को बदला सके।