मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक किसान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख कर सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि किसान पर बिजली विभाग का 88 हजार रुपये का कर्ज था। विभाग लगातार किसान को कर्ज लौटाने के लिए कह रहा था। कर्ज नहीं मिलने पर बिजली विभाग ने किसान के कुर्की का आदेश दिया था। जिसके बाद से किसान सदमे में था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फसल खराब हो जाने की वजह से किसान बिजली विभाग का बकाया बिल नहीं चुका पा रहा था। इधर बिजली विभाग द्वारा बकाया चुकाने को लेकर बार-बार पूछे जाने की वजह से किसान मानसिक तौर से परेशान हो गया था। बताया जा रहा है कि हाल ही में किसान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा और फिर आत्महत्या कर ली।

अपने सुसाइड लेटर में किसान ने लिखा है कि ‘मेरे परिवार से प्रार्थना है कि मेरे मरने के उपरांत मेरा शरीर शासन के सुपुर्द कर दें। जिससे मेरे शरीर के एक-एक अंग को बेचा सके और जिससे शासन अपना कर्ज चुका सके।’ सुसाइड नोट में किसान ने तमाम परेशानियों का जिक्र किया है। उसने लिखा है- “बकाया बिजली बिल के लिए विभाग के कर्मचारी लगातार परेशान कर रहे हैं। यहां तक कि मेरी बाइक भी उठा ले गए। मेरे मरने के बाद मेरा शरीर सरकार को सौंप दिया जाए और मेरे शरीर का एक-एक अंग बेचकर बिजली विभाग का बकाया कर्ज चुका दिया जाएगा।”

एएसपी समीर सौरव ने कहा कि किसान ने खुदकुशी की है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। किसान के पिता रिटायर्ड बिजली कर्मचारी हैं। बिजली बिल न देने पर विभाग के लोग कुर्की की कार्रवाई करते हुए इसकी बाइक ले गए थे। ऐसे में ये कारण हो सकता है लेकिन अभी तक ये स्पष्ट नहीं है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।