मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह जातिवादी टिप्पणी कर विवादों में घिर गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुरैना से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक रुस्तम सिंह के खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज कर लिया गया है। सोशल मीडिया पर रुस्तम सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह ब्राह्मण समाज को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं। वीडियो में रुस्तम सिंह स्थानीय बोली का स्पर्श देते हुए कहते सुनाई दे रहे हैं, ”दिल में जो बात आती है कहता हूं, इस समाज के साथ छलावा किया गया है.. जब देखों इनका उपयोग किया गया है.. लोग कहते हैं गुर्जर समाज अकेलो ऐसो मद्दो है कि पानी बह रहो है तो पानी के खिलाफ तैरेंगे.. मतलब ये है.. कि वे नहीं सुनेंगे कोऊ मंत्री-फंत्री की.. वे तो उलटेई तैरेंगे.. बड़े शेर हैं मोड़े भई.. इनके छलावे में नहीं आना.. हमारे विपरीत मामला होने का मतलब ब्राह्मण को एमएलए बनाना है बस.. मैं आपसे बता रहा हूं पहले ही गलती हो चुकी है..।”
विवादों में घिरने और पुलिस में मामला जाने पर मंत्री और विधायक रुस्तम सिंह ने सफाई भी दी है। बीजेपी विधायक के मुताबिक उनके बयान के कुछ हिस्से का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया जिसमें पूरी बात नहीं है। उन्होंने बताया कि वह बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ निशाना साध रहे थे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक हाल में बरेडा गांव के गुर्जर समाज के एक कार्यक्रम रुस्तम सिंह ने ब्राह्मण समाज के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर नूराबाद थाने में उनके खिलाफ लोकप्रतिनिधित्व कानून के तहत मामला दर्ज कराया गया।
बता दें कि सूबे में 230 विधानसभा सीटों के लिए 28 नवंबर को मतदान होना है। मतदान में बेहद कम समय बचा होने से अपने विधायक की कथित विवादित टिप्पणी को लेकर शिवराज सरकार के खिलाफ ब्राह्मण वोटर नाराज न हो जाएं, यह अंदेशा बना रह सकता है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हुआ है कि अपने मंत्री की कथित विवादित टिप्पणी पर सीएम शिवराज चौहान ने क्या कार्रवाई की है। कांग्रेस इसे राज्य में अपने चुनावी कार्यक्रमों में मुद्दा बना सकती है। बता दें कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार पिछसे 15 वर्षों से है और इस बार चौथी बार शिवराज सिंह शासन की उम्मीद में वोटरों का आशीर्वाद पाने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं।