(By- Iram Siddique)
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में पहली बार प्रदेश कैबिनेट की बैठक हुई। इस दौरान कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला. प्रदेश कैबिनेट की बैठक में आम तौर पर मुख्य कुर्सी पर मुख्यमंत्री ही बैठे दिखाई देते हैं, लेकिन इस बार कैबिनेट बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान नहीं बल्कि महाकाल विराजमान थे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि आज बैठक की अध्यक्षता महाकाल ने की। मुख्यमंत्री ने अपनी कुर्सी पर महाकाल की तस्वीर रख कर कहा कि उज्जैन के राजा यही, हम सब उनके सेवक हैं। बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मंत्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘महाकाल कॉरिडोर’ अब ‘श्री महाकाल लोक’ के नाम से जाना जाएगा। इस बैठक में महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण को लेकर कई अहम फैसले लिए गए।
महाकाल ही यहां के राजा: इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि महाकाल महाराज ही सरकार हैं, यहां के राजा हैं इसलिए आज महाकाल महाराज की धरती पर हम सभी सेवक बैठक कर रहे हैं। यह ऐतिहासिक पल है हम सभी के लिए। हमने कल्पना की थी कि महाकाल महाराज के परिसर का विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल महाराज से प्रार्थना है कि वो सभी प्रदेशवासियों पर कृपा बरसाएं, आशीर्वाद दें यही मंगल कामना है।
महाकालेश्वर विस्तारीकरण योजना के प्रथम चरण का उद्घाटन: शिवराज कैबिनेट की यह बैठक मुख्य रूप से महाकाल मंदिर को लेकर ही हुई। बैठक में महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान की पूरी कैबिनेट उज्जैन पहुंची और वहां के नए प्रशासनिक भवन में कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के प्रथम चरण के उद्घाटन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गयी।
महाकाल पुलिस बैंड शुरू करेंगे: इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि जब यहां दादा की सवारी निकलती है तो पुलिस बैंड भी निकलता है। हम महाकाल पुलिस बैंड शुरू करेंगे जिसका इस्तेमाल त्योहारों और पर्वों पर किया जाएगा। इसमें 36 नए पदों का सृजन होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कई मकान विस्थापित किए। कई विकास के काम हमने किए हैं। रुद्रसागर को हमने पुनर्जीवित किया है। इसमें शिप्रा नदी का पानी रहेगा। मंदिर में लाइटिंग और साउंड सहित महाकाल पथ का निर्माण किया। दूसरे चरण में भी कई यहां काम पूर्ण होने हैं। ये सभी कार्य महाकाल महाराज ही करवा रहे हैं।