लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर गठबंधनों का दौर जारी है। महाराष्ट्र में भी सियासत बेहद दिलचस्प मोड़ पर है। शिवसेना और भाजपा के बीच खट्टे-मीठे रिश्तों के दौर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने एक बार फिर कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के संकेत दिए हैं। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधन पर चर्चा चल रही है और गठबंधन लगभग तय है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी बात हुई है। सीटों को लेकर मंथन जारी है। पवार 2019 चुनाव को लेकर अपने पहले दिए बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा था कि इस बार किसी भी एक पार्टी को बहुमत मिलने के आसार बेहद कम हैं।
महागठबंधन की संभावनाओं पर भी बोलेः कुछ दिनों पहले तक बीजेपी विरोधी गठबंधन बनाने की कोशिशों में जुटे पवार ने कहा कि हर राज्य में जमीनी स्थितियां बिलकुल अलग हैं और फिलहाल महागठबंधन के लिए कोई संभावना नहीं दिख रही। उल्लेखनीय है कि कभी महागठबंधन की मुहिम में शामिल रहे उत्तर प्रदेश के दो बड़े दल सपा और बसपा अब आपस में हाथ मिला चुके हैं। वहां कांग्रेस सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। ऐसे में सियासत के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे से महागठबंधन के धराशायी होने की शुरुआत हो चुकी है। इसके अलावा ओडिशा में नवीन पटनायक भी महागठबंधन से इनकार कर चुके हैं।
ऐसा है महाराष्ट्र का समीकरणः गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य में मोदी लहर के चलते बाकी कंपनियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा था। राज्य में कुल 48 सीटें हैं जिनमें से 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने 23 और शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं एनसीपी महज चार और कांग्रेस दो सीटों पर सिमट गई थी। यहां एक सीट स्वाभिमानी पक्ष के नाम रही। लोकसभा के बाद आए विधानसभा चुनावों में भाजपा और शिवसेना दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था और दोनों को खासी सफलता मिली थी।