बिहार में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बावजूद पार्टियों के बीच राजनीतिक जोड़-तोड़ की कोशिशें जारी हैं। ताजा मुद्दा उस राज्यसभा सीट को लेकर उठा है, जिससे भाजपा पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को राज्यसभा भेजने की योजना बना रही है। दरअसल, पहले ये सीट लोजपा के पास थी, हालांकि, पार्टी सुप्रीमो रामविलास पासवान के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई और भाजपा ने इससे अपने उम्मीदवार को खड़ा कर दिया। इसी मौके को भुनाने के लिए राजद ने राज्यसभा चुनाव में लोजपा को समर्थन देने की बात तक कह दी। हालांकि, लोजपा ने इस ऑफर को ठुकरा कर राजद की मंशा पर पानी फेर दिया।
बताया गया है कि लोजपा ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए राजद के इस ऑफर पर आभार तो व्यक्त किया। पर चिराग पासवान के नेतृत्व वाली पार्टी ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। लोजपा के मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि यह सीट लोजपा के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान की थी, इसलिए इस पर कोई कार्यकर्ता चुनाव नहीं लड़ना चाहता।
लोजपा से मुंह की खाने के बाद राजद खुद अपना प्रत्याशी उतारने के मुद्दे पर बंटी नजर आ रही है। हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन में मिली हार के चलते राजद के कई नेताओं ने नेतृत्व को उम्मीदवार नहीं उतारने की सलाह दी है। हालांकि, कुछ नेता राज्यसभा सीट पर एनडीए को वॉकओवर देने के पक्ष में नहीं हैं। बताया गया है कि मंगलवार को इस मुद्दे पर राजद के प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद और श्याम रजक, वृशिण पटेल और भोला यादव सरीखे नेताओं के बीच चर्चा हुई, पर एक राय नहीं बन पाई। सूत्रों का कहना है कि श्याम रजक ने खुद की उम्मीदवारी पेश करते हुए कहा कि वे विधायकों की व्यवस्था कर सकते हैं, पर कुछ नेता इसके लिए तैयार नहीं दिखे।
दूसरी तरफ सुशील मोदी आज दोपहर को राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। वे 12.30 बजे आयुक्त कार्यालय पहुंचेंगे। इस दौरान एनडीए गठबंधन में शामिल पार्टियों के नेता उनके साथ रहेंगे। यहां तक कि सीएम नीतीश कुमार, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष संजय जायसवाल, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, मंगल पांडेय, नंदकिशोर यादव के साथ हम के जीतनराम मांझी और वीआईपी के मुकेश सहनी भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि राज्यसभा सीट पर उपचुनाव 14 दिसंबर को होना है। अगर मोदी के खिलाफ कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं होता, तो नतीजों का ऐलान 7 दिसंबर को ही हो जाएगा।