Kerala Oil Spill: लाइबेरियाई मालवाहक जहाज MSC ELSA के डूबने के बाद से ही इसमें रखे कंटेनरों से निकलने वाले ऑयल को लेकर चिंता जताई जा रही है। इस जहाज में 600 से ज्यादा कंटेनर हैं और इसमें से कुछ कंटेनर केरल में तट के किनारे पर आ गए हैं। Indian National Centre for Ocean Information Services (INCOIS) के निदेशक डॉ. टीएम बालकृष्णन नायर ने बताया है कि केरल के तट पर तेल के निशान मिले हैं।

MSC ELSA तिरुवनंतपुरम के विझिनजाम बंदरगाह से कोच्चि जा रहा था लेकिन अलपुझा से करीब 25 किलोमीटर दूरी पर यह पलट गया था।

नायर ने बुधवार को कहा, “हमारी छह सदस्यों वाली टीम को तट के किनारे तेल के छोटे-छोटे धब्बे मिले हैं। अलपुझा तट पर जो थोड़ा सा तेल मिला है, वह बंकर ऑयल है। इसका इस्तेमाल जहाज में किया जाता है।”

केरल तट की ओर गिरे लाइबेरियाई शिप के कंटेनर्स, तेल लीक हुआ तो बिगड़ सकते हैं हालात

नायर ने बताया कि चूंकि जहाज से हो रहे तेल के रिसाव को कुछ हद तक रोक लिया गया है, इसलिए हमें उम्मीद है कि बड़े पैमाने पर तेल का रिसाव नहीं होगा लेकिन आने वाले दिनों में भी दक्षिणी केरल तट पर तेल दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि जहाज से कितना तेल लीक हुआ है। उन्होंने कहा कि हवा की दिशा और समुद्री धाराएं भी तेल फैलने और उसके असर को तय करती हैं।

डॉ. नायर ने कहा कि तेल का रिसाव होने से समुद्री जीवन पर असर हो सकता है क्योंकि मानसून कई मछली प्रजातियों के लिए प्रजनन का वक्त होता है।

ICG ने क्या बताया था?

Indian Coast Guard (ICG) ने बताया था कि जहाज के एक होल्ड में पानी भर गया था और इस वजह से यह डूब गया था। ICG ने बचाव अभियान चलाकर जहाज में सवार सभी लोगों को बचा लिया था। जहाज पर कुल 640 कंटेनर थे जिनमें से 12 कंटेनर्स में बेहद खतरनाक कैल्शियम कार्बाइड रखा हुआ था। इसके अलावा जहाज पर 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल भी था।

INCOIS ने कहा था कि फैला हुआ तेल 36-48 घंटों के भीतर अलपुझा, अंबालापुझा, अरट्टुपुझा और करुनागप्पल्ली के तटीय इलाकों तक पहुंच सकता है।