पुलिस कर्मियों की कम तनख्वाह को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा गया पुलिसकर्मी सूरजसिंह चूंडावत का पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस पत्र में पुलिस कर्मियों के बेहद मुश्किल हालात में नौकरी करने का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई गई है कि पुलिस वालों की पगार बढ़ाकर इतनी कर दी जाये, जिससे वे कम से कम अपना परिवार पाल सकें। सूरजसिंह मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में तैनात हैं और उन्होंने यह पोस्ट 21 अप्रैल को फेसबुक पर किया था। हिन्दी में लिखे गये इस पत्र को फेसबुक पर अब तक 900 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है और इसे 250 से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं। व्हाट्सऐप पर भी इसे खूब शेयर किया जा रहा है।
चूंडावत ने पत्र के पहले पैराग्राफ में सीएम चौहान की तारीफ करते हुए लिखा है कि उन्होंने प्रदेश को समृद्ध और उन्नत बनाने के लिये काफी कुछ किया है। लेकिन अगले पैराग्राफ में वह मुख्यमंत्री पर सवाल दागते हुए लिखते हैं, ‘..पर क्या पुलिस वाला होना कोई गुनाह है, जो हम सबसे कम सैलरी में सबसे ज्यादा काम करते हैं। हम घर..परिवार से दूर रहते हैं। आधे वक्त खाना नहीं खा पाते हैं। इतना सब होने के बावजूद बात जब पुलिस की सैलरी बढ़ाने की आती है, तो हमारे मध्यप्रदेश शासन के पास पर्याप्त बजट नहीं होता जबकि दूसरे कामों के लिये पर्याप्त बजट होता है।’
चूंडावत ने लिखा, ‘आज जो सैलरी पुलिस कर्मी को मिलती है, उसमें दो आदमियों का गुजारा भी नहीं हो पाता। माननीय मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन है कि पुलिस कर्मियों की सैलरी बढ़ाकर कम से कम इतनी तो कीजिये कि वे अपना परिवार पाल सकें।’ हालांकि पुलिस महकमा चूंडावत को इस मामले में नोटिस जारी करने की तैयारी कर रहा है। बुरहानपुर के पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाह ने कहा, ‘चूंडावत का सोशल मीडिया पर इस तरह का पत्र पोस्ट करना मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। हम इस आरक्षक को नोटिस जारी कर उससे जवाब तलब करने जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘चूंडावत को अपनी बात कहने का पूरा हक है। लेकिन उसे पुलिस बल के एक अनुशासित आरक्षक की तरह अपनी बात उचित तरीके से उचित मंच पर कहनी चाहिये थी।’