Lakhimpur Two Dalit Sisters: प्रशासन के आश्वासन के बाद लखीमपुर खीरी हत्याकांड में मृतक बहनों का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिवार अंतिम संस्कार नहीं करने की जिद पर अड़ा था, लेकिन प्रशासन द्वारा आर्थिक मदद के आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए थे। बता दें कि बुधवार शाम को निघासन इलाके में एक दलित परिवार की दो नाबालिग बहनों की लाशें पेड़ पर लटकी मिली थीं। इनमें से एक की उम्र 17 साल और दूसरी की 15 साल बताई गई है।
इससे पहले परिजनों ने मृतकों के अंतिम संस्कार से इन्कार कर दिया था। परिजनों की मांग थी कि उन्हें सरकार की तरफ से 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी जाए, उनके बेटे को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी मिले और सभी आरोपियों को कड़ी सजा मिले। अब राज्य सरकार ने भी परिजनों की आर्थिक मदद का ऐलान कर दिया है। इसके बाद परिजन मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए थे।
इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सुमन ने बताया कि घटना के बाद रातभर चले तलाशी अभियान के दौरान जुनैद, सुहेैल, हफिजुल रहमान, करीमुद्दीन, आरिफ और छोटू को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, लड़कियों की पोस्टमोर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उनके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर गला घोंट कर हत्या कर दी गई। बुधवार को जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर निघासन थाना क्षेत्र में दोनों बहनों के शव गन्ने के खेत में पेड़ से लटकते मिले थे।
लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 376 और POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि आरोपी मृतक लड़कियों के दोस्त थे। उन्होंने कल लड़कियों को बहाने से खेत में बुलाया था, जहां सोहेल और जुनैद ने उनके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद जब लड़कियों ने उनसे शादी करने की मांग की तो, सोहेल और जुनैद ने हाफिजुल के साथ मिलकर गला घोंटकर दोनों बहनों की हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने करीमुद्दीन और आरिफ को बुलाया और उनकी मदद से दोनों को पेड़ से लटका दिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी छोटू ने ही दोनों बहनों को इन लड़कों से मिलवाया था इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया गया है।