Bharat Bandh Today, 09th January 2019: सेंट्रेल ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आज दूसरा दिन है। पहले दिन हुईं घटनाओं को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  ने रोडवेज बसों के ड्राइवरों को हेलमेट पहन कर बस चलाने का निर्देश दिया है। जिसके चलते जाधवपुर में रोडवेज बसों के ड्राइवर हेलमेट पहने नजर आए। बता दें कि दूसरे दिन की हड़ताल में बुधवार सुबह सियालदाह- लक्ष्मीकांतपुर और डायमंड हार्बर सेक्शन पर ट्रेन सेवा प्रभावित हुई है।

जारी है प्रदर्शन: बुधवार सुबह भी पश्चिम बंगाल से हड़ताल के दौरान प्रदर्शन की खबर सामने आई है। बता दें कि यहां सियालदाह- लक्ष्मीकांतपुर और डायमंड हार्बर सेक्शन पर ट्रेन सेवा प्रभावित हुई है। जानकरी के मुताबिक इस रूट पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन ओवरहेड वायर पर केले के पत्ते फेंक दिए हैं। हालांकि ओवरहेड वायर से केले के पत्तों को हटाने के लिए टॉवर वैन को भेज दिया गया है।

क्यो है हड़ताल: दरअसल वामपंथी संगठन ने ट्रेड यूनियन कानून 1926 में संशोधन का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार कथित पारदर्शिता के नाम पर गलत कर रही है। इससे बंधुआ मजदूरी को खतरा पैदा होगा। इस वजह से वामपंथी संगठनों से जुड़ी दस ट्रेड यूनियनों ने 48 घंटे के लिए देशव्यापी हड़ताल का आह्वन किया है।

कौन से 10 ट्रेड यूनियन हैं शामिल: 10 ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त रूप से यह राष्ट्रव्यापी बंद बुलाया है, जिसमें आईएनटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईयूटीयूसी, एआईसीसीटीयू, यूटीयूसी, टीयूसीसी, एलपीएफ और एईवीए शामिल हैं। रोचक बात है कि इन सभी यूनियंस को लगभग सभी केंद्रीय कर्मचारियों, राज्य कर्मचारियों, बैंक-बीमाकर्मियों, टेलीकॉम कर्मचारियों और अन्य कर्मचारियों के स्वतंत्र महासंघों का समर्थन मिल चुका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक के बेंगलुरू शहर में भी चार यूनियनों ने भी इस राष्ट्रव्यापी बंद को समर्थन देने का फैसला किया है। इनमें बेंगलुरू मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (बीएमटीसी) और कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (केएसआरटीसी) भी शामिल हैं, जबकि ऑटो रिक्शा और कैब चालक भी इस हड़ताल का हिस्सा बन सकते हैं।