भागलपुर से कोलकता जा रही मुसाफिरों से भरी बस को मंगलवार रात डकैतों ने झारखंड के दुमका के नजदीक लूट लिया। दुमका के एसपी वाईएस रमेश के मुताबिक दुमका के रिया रमन लाइन होटल में बस आकर रात में रुकी। बस के कर्मचारी और यात्रियों ने वहां खाना खाया। और वहां से रवाना होकर करीब 11 बजे बस कुछ किलोमीटर दूर मसानजोर तक पहुंची होगी कि बस में पहले से सवार हथियारबंद बदमाशों ने चालक को कब्जे में ले लिया। और बदमाशों में से एक बस को चलाकर मुख्य सड़क से उतार करीब पांच सौ मीटर अंदर सुनसान जंगल में ले गए। और इत्मीनान से ड्राइवर की सीट के पास बने लाकर में रखे तीन लाख रुपए लूट लिए। साथ ही बीस मुसाफिरों से करीब पचास हजार रुपए और तेरह मोबाइल लूट फरार हो गए। बस को जिस इलाके में ले जाया गया वह असल में नक्सल प्रभाव वाला इलाका माना जाता है।
भागलपुर के एसएसपी आशीष भारती को भी वाकए की सूचना दुमका एसपी दफ्तर से मिली है। वहां से पुलिस टीम भागलपुर पहुंचने की खबर है। एसएसपी ने इस संवाददाता को बताया कि दुमका से पहुंच रही जांच टीम को पूरा सहयोग किया जाएगा। उनसे यह पूछा गया कि क्या बस लुटेरे भागलपुर से ही सवार हो वाकए को अंजाम दिया है? एसएसपी ने कहा कि यह कहा नहीं जा सकता। असल में यह जांच का विषय है।
भागलपुर से कोलकता के लिए रोजाना शाम को पागल बाबा आर्शीबाद बस मुसाफिरों को लेकर रवाना होती है। जो अगले रोज सुबह कोलकता पहुंचती है। दुमका पुलिस को शक है कि बदमाशों को बस में ले जाए जा रहे तीन लाख रुपए नकद की भनक पहले ही लग चुकी थी। और उनका निशाना भी रुपए ही थे। मुसाफिर तो लपेटे में आ गए। आठ-दस सदस्यों का बदमाशों का गिरोह अलग- अलग टुकड़ों में बस पर सवार हुआ। पहला भागलपुर के प्राइवेट बस स्टैंड से फिर अलीगंज और फिर आगे बौंसी से । ऐसा दुमका पुलिस को सुराग मिला है।
वाकए की सूचना मिलते ही दुमका एसपी देर रात करीब 12 बजे मौके पर पहुंचे। और पाया कि लुटेरों ने लूट के दौरान मुसाफिरों से मारपीट भी की है। कुछ को हल्की फुल्की और कुछ को ज्यादा चोटें आई है। जिनका बगल के मोहलपहाडी मसीही अस्पताल में इलाज कराया गया। पूछताछ के बाद बस को कोलकता के लिए रवाना कर दी गई है। साथ ही चार डीएसपी के नेतृत्व में अलग-अलग जांच दल गठित किया है। जमुई के एसपी से भी दुमका एसपी ने घटना के बाबत संपर्क साधा है। शक के आधार पर चार जनों को हिरासत में ले पूछताछ की जा रही है।

