संकट में फंसे उद्यमी विजय माल्या के निजी लग्जरी विमान की नीलामी का पहला प्रयास विफल होने के बाद सेवा कर विभाग अब इसके लिए दूसरा प्रयास करने जा रहा है। इसके लिए विभाग आरक्षित मूल्य को कम करने जा रहा है। सूत्रों ने हालांकि कहा कि मूल्यांकन के बारे में अंतिम फैसला विभाग की संयुक्त मूल्य समिति द्वारा किया जाएगा। इससे पहले विभाग ने 30 जून को इस विमान के लिए मिली एकमात्र बोली को खारिज कर दिया था। संयुक्त अरब अमीरात की विमानन सपोर्ट कंपनी एल्ना एरो डिस्ट्रिब्यूशनल फाइनेंस होल्डिंग्स ने 152 करोड़ रुपए के आरक्षित मूल्य पर 1.09 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी।
सेवा कर विभाग के एक अधिकारी ने कहा- विभाग नीलामी का नया दौर शुरू करने की तैयारी में है, जिससे माल्या पर बकाया 800 करोड़ रुपए में से कुछ की वसूली हो सके। सूत्र ने कहा कि बंबई हाई कोर्ट ने दूसरे दौर की नीलामी की मंजूरी दे दी है। यह नीलामी 21 अगस्त को हो सकती है। अधिकारी ने कहा कि विभाग शायद आरक्षित मूल्य को कम करेगा जिससे अधिक लोगों को नीलामी में शामिल होने के लिए आकर्षित कर सके। दस दिन के भीतर विभाग की संयुक्त मूल्य समिति आरक्षित मूल्य को कम करने पर फैसला ले सकती है। सेवा कर विभाग ने यह विमान दिसंबर, 2013 में कुर्क किया था।