केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने रविवार को कहा कि एक परमार्थ संगठन ने कथित रैगिंग का शिकार हुई दलित नर्सिंग छात्रा को गोद लेने की इच्छा जाहिर की है। रैगिंग पीड़ित इस छात्रा का इलाज कोझीकोड के एक अस्पताल में चल रहा है। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विजयन ने कहा कि परमार्थ संगठन ने उन्हें एक पत्र भेजकर कहा कि वह वित्तीय तौर पर पिछड़े परिवार से आने वाली 19 साल की अस्वथी को गोद लेना चाहता है और उसके इलाज पर आने वाला खर्च वहन करना चाहता है ।

विजयन ने कहा, ‘‘एक खुशखबरी है । जेडीटी इस्लाम अनाथालय ने मुझे बताया है कि वे अस्वथी छात्रा को गोद लेना चाहते हैं। उन्होंने मुझे इस बाबत एक पत्र भेजा।’’  उन्होंने कहा, ‘‘संस्था ने अपनी ओर से संचालित एक बीएससी नर्सिंग संस्थान में उसे दाखिला दिलाने की इच्छा भी जाहिर की है।’’ बीते नौ मई को कर्नाटक के गुलबर्गा जिले के अल कमाल कॉलेज आॅफ नर्सिंग के छात्रावास में अस्वथी के सीनियरों ने उसे कथित तौर पर जबरन शौचालय साफ करने वाला तरल पदार्थ पिला दिया था जिससे उसके शरीर के भीतरी हिस्सों को काफी नुकसान पहुंचा है । कोझीकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अस्वथी का इलाज चल रहा है । वह दो जून से ही इस अस्पताल में भर्ती है ।