केरल पुलिस अलपुझा जिले के रहने वाले उस शमशाद बशीर को प्रत्यर्पित करने का प्रयास करने की योजना बना रही है, जिसने तीन युवकों को ऊंचे वेतन की नौकरी का वादा करके सऊदी अरब भेजा था लेकिन वहां पर उनसे खोखली ईंट निर्माण इकाई में काम कराया गया और नियोक्ता ने प्रताड़ित भी किया। कायमकुलम पुलिस उपायुक्त एस देवमनोहर ने कहा, ‘हमने सऊदी अरब में भारतीय दूतावास को एक रिपोर्ट दी है कि बशीर को प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए क्योंकि उसके खिलाफ केरल में एक मामला दर्ज किया गया है। भारत और विदेश में सभी हवाई अड्डों पर एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।’

बशीर अलपुझा जिले के हरिपद स्थित त्रिकुनपुझा का रहने वाला है। उसने उसी गांव के युवकों अभिलाष गोपी, बी विमल कुमार, बैजू बाबू को सिल्वरवुड ट्रेडिंग एंड कान्ट्रैक्टिंग इस्टैब्लिशमेंट में डीजल मेकेनिक और आटोमोबाइल इलेक्ट्रिशियन की नौकरी दिलाने का वादा कर उन्हें सऊदी अरब ले गया था। वहां उन्हें खोखली ईंट बनाने वाली इकाई में काम करने के लिए बाध्य किया गया जहां सऊदी अरब के उनके नियोक्ता ने उन्हें प्रताड़ित किया।

अन्य आरोपी फरार है जो एक पुलिस अधिकारी है और फिलहाल निलंबित है। उसने अग्रिम जमानत के लिए एक अदालत का दरवाजा खटखटाया है। इन तीनों के अलपुझा में रहने वाले रिश्तेदारों को एक वाट्सऐप वीडियो भेजा गया था जिसमें सऊदी अरब नियोक्ता उन्हें लकड़ी के डंडे से पीटते दिख रहा है। इसके बाद मुख्यमंत्री ओमन चांडी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनकी मदद करने के लिए हस्तक्षेप किया।

तीनों के रिश्तेदारों ने पुलिस में एक शिकायत भी दर्ज कराई है और आरोपियों के खिलाफ एक मामला भी दर्ज कर लिया गया है। तीनों युवक गत शनिवार को केरल लौटे और कहा कि केरल के लिए निकलने से कुछ ही समय पहले उन्हें बशीर से धमकी मिली थी। उन्होंने अपनी दुर्दशा बयान करते हुए बताया कि जब वे अपना वेतन और भोजन मांगते थे तो नियोक्ता उनके मुंह पर थूक देता था।

पुलिस ने कहा कि तीनों ने बताया है कि बशीर ने उन्हें राज्य में लौटने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। तीनों खाड़ी देश इसलिए गए थे ताकि परिवार की स्थिति सुधर सके। अभिलाष ने मकान बनाने के लिए कर्ज लिया था और उसे उम्मीद थी कि विदेश में नौकरी से उसे कर्ज जल्द चुकाने में मदद मिलेगी। उन्होंने सऊदी अरब जाने और वीजा के लिए भी कर्ज लिया था। तीनों ने बताया कि सऊदी अरब के उनके नियोक्ता ने उन्हें एक महीने तक प्रताड़ित किया।