माकपा के वरिष्ठ नेता वीएस अच्युतानंदन ने शनिवार (21 मई) को कहा कि वह केरल के लोगों के लिए एक ‘प्रहरी’ की भूमिका निभाते रहेंगे। अच्युतानंदन का यह बयान ऐसे समय आया है जब शुक्रवार (20 मई) को ही पार्टी ने अच्युतानंदन की जगह पिनराई विजयन को सर्वसम्मति से केरल का मुख्यमंत्री नामित किया।
शनिवार (21 मई) सुबह विपक्ष के नेता का पद छोड़ने की घोषणा करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन बुलाने वाले अच्युतानंदन ने पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य विजयन को एलडीएफ विधायक दल का नया नेता चुने जाने से जुड़े मामलों में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। भ्रष्टाचार के खिलाफ बिना थके लड़ाई लड़ने वाले और पार्टी के भीतर सुधारों को गति देने वाले 92 साल के अच्युतानंदन ने कहा कि मैं वामदल की भावना के साथ लोगों के मुद्दे उठाते हुए केरल के लोगों का प्रहरी बना रहूंगा।
पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान एलडीएफ का मुख्य चेहरा रहे अच्युतानंदन ने पार्टी के खुद को दरकिनार किए जाने संबंधी सवालों को टाल दिया। उन्होंने कहा कि यह इस तरह के सवालों का समय नहीं है। मैंने आपको इसलिए बुलाया है क्योंकि मैं औपचारिक तौर पर विपक्ष के नेता का पद छोड़ रहा हूं और आपने जो सहयोग दिया है, उसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।