केरल में भीषण बाढ़ के दौरान कई लोगों की जान बचाने वाले 23 वर्षीय जिनेश जेरोन तमिलनाडू में कन्याकुमारी के नजदीक शुक्रवार (28 सितंबर) को सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। वे कन्याकुमारी के नजदीक कोल्लानगोडू से बाइक से जा रहे थे, तभी एक ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। इस दौरान उनके साथ दोस्त जगन भी थे, गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद जिनेश करीब आधे घंटे तक सड़क पर तड़पते रहे, लेकिन कोई भी मदद को आगे नहीं आया। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हादसे की खबर सुनने के बाद काफी संख्या में लोग तिरूअन्नतपुरम के नेय्यटिंकारा अस्पताल पहुंचे। लेकिन, इलाज के दौरान शनिवार (29 सितंबर) को उनकी मौत हो गई। रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। केरल बाढ़ के ‘नायक’ इस दुनिया से विदा हो गए। बाढ़ के दौरान उन्होंने अपनी जान पर खेलकर कई लोगों की जिंदगी बचाई थी। मीडिया में भी उनके द्वारा किए गए कार्यों पर कई रिपोर्ट और स्टोरी लिखी गई। वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए। केरल के पोनथूरा में किराए के घर में रहने वाले जिनेश के घरवाले और दोस्त अक्सर उस वीडियो और फोटो को देखते थे, जिसमें वे लोगों की जान बचाते व सुरक्षित जगहों पर ले जाते नजर आ रहे हैं। अब उनकी सिर्फ यादें बच गई।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, जिनेश के दोस्त जगन, जो हादसे के वक्त उनके साथ थे, कहते हैं, “वे और जिनेश बाइक से जा रहे थे। तभी एक ठोकर की वजह से बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। दोनों गिर गए। तभी तेज गति से आ रही एक ट्रक जिनेश को कुचलते हुए निकल गई। वह (जिनेश) सड़क पर गिरा हुआ था। ट्रक ने उसकी कमर को कुचल दिया था। वह लगातार मदद के लिए आवाज लगा रहा था। लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है कि जिनेश जैसे इंसान के साथ ऐसा हो सकता है। वह हमेशा दूसरों की मदद करता था। यही वजह है कि बाढ़ के दौरान लोग उसे ‘हीरो’ मानने लगे थे।” जिनेश ने केरल बाढ़ के दौरान अपने दोस्तों के साथ मिलकर करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था।

इस हादसे में जगन को भी हल्की चोट आ गई थी। वे कहते हैं, ” मैं अचानक हुए इस हादसे के बाद अपना होश खो चुका था। वहीं, खून बहने के बावजूद जिनेश लगातार मदद की गुहार लगा रहे थे। वे रो रहे थे, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की। एंबुलेंस आने में 30 मिनट से अधिक का समय लग गया। दो लोगों ने उन्हें हॉस्पीटल पहुंचाया। लेकिन एक सर्जरी के बाद जिनेश को मृत घोषित कर दिया गया। यदि किसी ने हमारी मदद की होती तो जिनेश आज हमारे बीच होते।”