केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर कन्नूर जिले में जानबूझकर तनाव उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि सरकार खून खराबा खत्म करने के लिए वार्ता का प्रस्ताव करती है। कन्नूर में माकपा और भाजपा के बीच लगातार हो रहे संघर्ष पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार सभी पहलुओं पर गौर कर रही है और पुलिस निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई कर रही है।’’ नोटिस कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री केसी जोसेफ ने दिया था। विजयन ने आरोप लगाया कि भाजपा और संघ कन्नूर में जानबूझकर तनाव उत्पन्न कर रहे हैं। क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए सर्व दलीय बैठक बुलाने की विपक्ष की मांग पर विजयन ने कहा कि सरकार इसके खिलाफ नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ लेकिन पहले हमें कन्नूर में जिला स्तरीय बैठक बुलाने दें और बाद में अगर जरूरी हुआ तो राज्य स्तरीय बैठक बुलाई जा सकती है।’’जोसेफ ने कहा कि चार महीने पहले एलडीएफ के सत्ता में आने के बाद से जिले में सात राजनीतिक हत्याएं हो चुकी हैं और हिंसा के लिए उन्होंने माकपा और भाजपा दोनों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दोनों पार्टियों को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुये उनसे बदले की भावना छोड़ने का आग्रह किया।
इससे पहले यूडीएफ ने इस हत्या को लेकर सत्तारूढ एलडीएफ में प्रमुख साझीदार माकपा और भाजपा दोनों को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि ये अपने कैडर की गतिविधियों को काबू करने में विफल रही हैं और इन पार्टियों के कुछ नेताओं की ओर से ‘हिंसा को प्रोत्साहित करने वाले’ बयान भी चिंता का कारण हैं। एलडीएफ के सत्ता में आने के बाद राज्य में कानून व्यवस्था कथित तौर पर विफल होने पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विपक्ष से राज्य में घटित घटनाओं को अलग से दिखाकर चीजों को आम नहीं बनाने को कहा।