Kerala Teacher: केरल में एक कैथोलिक स्कूल की युवा टीचर ने कथित तौर पर पिछले छह सालों से वेतन ना मिलने की वजह से सुसाइड कर लिया। पीड़िता की पहचान अलीना बेनी के तौर पर हुई है। वह कोझिकोड जिले के कोडेनचेरी में सेंट जोसेफ लोअर प्राइमरी स्कूल की टीचर थी। बुधवार की दोपहर वह अपने घर पर मृत पाई गईं। थामारसेरी का कैथोलिक सूबा सरकारी मदद से स्कूल चलाता है।

केरल के एजुकेशन मिनिस्टर वी शिवनकुट्टी ने कहा कि शिक्षा महानिदेशक को इस घटना की जांच करने के लिए कहा गया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। महानिदेशक से रिपोर्ट मिलने के बाद हम कार्रवाई करेंगे। जून 2024 में करेंट एकेडमिक ईअर के लिए वर्तमान स्कूल में आने से पहले अलीना ने उशी मैनेजमेंट के तहत एक अन्य स्कूल में पांच साल तक काम किया। हालांकि, कथित तौर पर उसे पिछले छह सालों से भुगतान नहीं किया गया था।

अलीना के पिता ने मैनेजमेंट को जिम्मेदार ठहराया

अलीना के पिता बेनी ने मीडिया से कहा कि स्कूल मैनेजमेंट उसकी मौत के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगााय कि सबसे पहले उसे थामारसेरी धर्मप्रांत के तहत कट्टीपारा के नाजरेथ लोअर प्राइमरी स्कूल में नियुक्त किया गया था। यह एक बर्खास्तगी के बाद खाली हुआ पद था। जब वह शख्स वापस पद पर आ गया तो मेरी बेटी की नौकरी चली गई। बाद में, जब हमने मामले में हस्तक्षेप किया, तो मैनेजमेंट ने पिछले साल जून में वर्तमान स्कूल में नई पोस्टिंग दी।

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चर्च मैनेजमेंट ने भी रकम नहीं दी- अलीना के पिता

अलीना के पिता ने कहा कि धर्मप्रांत के अंतर्गत आने वाली शैक्षिक एजेंसी ने मेरी बेटी को यह लिखित में देने के लिए मजबूर किया कि वह स्कूल में अपने पांच साल के काम के लिए कोई वेतन नहीं चाहती है। वह इस उम्मीद में सहमत हो गई कि उसकी नियुक्ति हो जाएगी, लेकिन वह वेतन न मिलने से निराश थी। स्कूल पीटीए उसके रोजाना बस किराए के लिए पैसे जुटा रहा था। चर्च मैनेजमेंट ने एक पैसा भी नहीं दिया। हमने नौकरी पाने के लिए मैनेजमेंट को एक बड़ी रकम दी थी।

थमारास्सेरी डायोसीज कॉर्पोरेट एजुकेशनल एजेंसी के मैनेजर फादर जोसेफ वर्गीस ने कहा कि अलीना जैसी कई टीचर्स एजेंसी के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में काम कर रही हैं। उन्होंने दावा किया, “उनकी स्थायी नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग को आवेदन भेजा गया था। तकनीकी मुद्दों के कारण इसे मंजूरी नहीं मिली है।” हालांकि, पीड़िता के पिता ने प्रबंधन के दावों को सिरे से खारिज किया है।

हालांकि, पीड़िता के पिता ने प्रबंधन के दावे को नकार दिया। उन्होंने कहा, “मैं कई बार कॉर्पोरेट मैनेजर से मिल चुका हूं, लेकिन पादरी ने मुझे बताया कि ऐसे शिक्षक हैं जिन्हें पिछले नौ सालों से वेतन नहीं मिला है। वे मेरी बेटी को वेतन देने के लिए कदम उठा सकते थे।” केरल में महिलाएं तोड़ रहीं मिथक पढ़ें पूरी खबर…