केरल के अरुणकुमार पुरुषोत्तम ने अपने बच्चों के लिए कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से वो सोशल मीडिया पर वाहवाही लूट रहे हैं।  दरअसल अरुणकुमार ने अपने बच्चों के लिए खुद से एक छोटा सा ऑटो बनाया है। इस ऑटो के फोटोज और वायरल देखते देखते ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। जिस वजह से ये रिक्शा बनाया गया है वो ये है कि अरुणकुमार अपने बच्चों को महंगे गिफ्ट्स नहीं देना चाहते। इस वजह से खुद उन्होंने मेहनत करके ये ऑटो बनाया है। ये ऑटो न सिर्फ देखने में काफी क्यूट है बल्कि बता दें कि अरुणकुमार का एक यूट्यूब चैनल भी है।

ऑटो का नाम है सुंदरी: अरुणकुमार कहते हैं कि वो अपने बच्चों को महंगे खिलौने नहीं लेकर देना चाहता। वहीं ऑटो बनाने का आइडिया उन्हें 90 दशक की एक फिल्म ‘ऐ ऑटो’ से मिला। उस फिल्म में ऑटो का नाम सुंदरी था और अरुणकुमार ने भी अपने बनाए हुए ऑटो का नाम सुंदरी रखा है। ये ऑटो उन्होंने अपने बच्चों माधव और केशनी के लिए बनाया है। बता दें कि अरुणकुमार केरल के ही एक जिला अस्पताल में काम करते हैं। इसके साथ ही उनका एक ‘डू इट योरसेल्फ’ का यूट्यूब चैनल भी है। वहीं अरुणकुमार के ऑटो का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

कैसे आया ऑटो बनाने का आइडिया: अरुणकुमार ने मीडिया को बताया कि उनके पिता एक कारपेंटर थे और उनके लिए एक सेकेंड हैंड साइकिल और लकड़ी के पहिए छोड़ के गए। इसके बाद मैंने अपने पिता के कई टूल्स का इस्तेमाल करते हुए मैंने कई छोटे- छोटे टॉय बनाए, जिसमें खासकर के वाहन शामिल हैं। अपने बच्चों के लिए वो कई छोटी छोटी गाड़ियां बनाते और उनका वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर देते। मैंने अपने बेटे के लिए एक एसयूवी कार भी बनाई थी जिसकी मार्केट में कीमत करीब एक हजार होगी। वहीं अब मैंने अपनी बेटी के लिए रिक्शा बनाया है।

 

7 महीने का लगा वक्त: अरुणकुमार ने बताया कि सुंदरी बनाने में उन्हें करीब 7 महीने का वक्त लगा था। वो चाहते थे कि ऑटो एक दम सही दिखे इसलिए मैंने पुराने मैटेरियल का इस्तेमाल किया। इसे बनाने में मुझे बहुत मजा आया। सुंदरी के पार्ट्स गैस स्टोव, डिश एंटीना वगैरह से भी बने हैं। इस ऑटो की कीमत मुझे करीब 15 हजार पड़ी। बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने कुछ बनाया हो इससे पहले वो जीप, चप्पल सहित और भी कई चीजें बना चुके हैं।

अच्छी कीमत पर खरीदने को हैं तैयार: अरुणकुमार ने बताया कि उनकी बनाई हुई हर छोटी चीज को लोग खरीदना चाहते हैं। हालांकि वो अपने किसी भी क्रिएशन को बेचना नहीं चाहते हैं। ऐसे में अगर सब सही रहा और मुझे वक्त मिला तो मैं और चीजें बनाने और उन्हें बेंचने की सोचूंगा।