Pulwama Attack के बाद से सीमा पर तनाव है और इसका साइड इफेक्ट देशभर में कश्मीरियों के प्रति व्यवहार में भी देखने को मिला था। कई जगह से निर्दोष कश्मीरी वेंडर्स के साथ भी मारपीट और बदसलूकी के मामले सामने आए थे। इसी बीच कश्मीरी दुकानदार अब वापस काम पर लौटने लगे हैं। लखनऊ में दुकान पर अपनी दो साल की बच्ची के साथ मस्ती में मशगूल 29 साल के फल विक्रेता अब्दुल सलाम ने फर्स्ट पोस्ट से बातचीत में कहा, ‘अच्छे और बुरे लोग हर जगह होते हैं। किसी एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के आधार पर इलाके के सभी लोगों के बारे में राय नहीं बनानी चाहिए।’ अब्दुल दक्षिण कश्मीर के आतंक प्रभावित कुलगाम जिले के रहने वाले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक विश्व हिंदू दल के सदस्यों ने पिछले हफ्ते उनके साथ मारपीट की थी।

अब्दुल ने कहा, ‘उनके साथ हुई घटना के बाद मुझे शहर के कई लोगों ने फोन किया। इस तरह की घटना मुझे काम करने से नहीं रोक सकती।’ दो बच्चों के पिता अब्दुल ने लखनऊ को अपना दूसरा घर और धरती की सबसे सुरक्षित जगह बताया। उन्होंने कहा कि अपने घर कश्मीर में हम डरकर जीते हैं लेकिन लखनऊ में डर नहीं लगता। वे कहते हैं, ‘मैं सर्दियों में अपने भाई के साथ यहां ड्रायफ्रुट्स और कश्मीरी शॉल बेचने आया करता था। 14 फरवरी की घटना ने मुझे दुखी कर दिया लेकिन लखनऊ के लोगों ने मुझे ढेर सारा प्यार दिया जैसे मैं उनका खुद का भाई या बेटा हूं।’

 

अब्दुल ने कहा, ‘मुझे लखनऊ से फिर प्यार हो गया और अब यहां डर की कोई बात नहीं है। मैंने कभी नहीं सोचा था लखनऊ में मेरे साथ ऐसा होगा। मैं कहूंगा कि यह सिर्फ एक दुर्घटना थी और किसी के भी साथ ऐसा कभी भी हो सकता है।’ उल्लेखनीय है कि पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद पूरे देश में गुस्सा है। इसके चलते कई कश्मीरी लोगों के साथ देशभर बदसलूकी की खबरें सामने आई थीं।