कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर की आपसी खींचतान कम होने का नाम नहीं ले रही है। राज्य में ‘मुख्यमंत्री के लिए सिद्धारमैया के नाम की चर्चा’ के बीच राज्य के सीएम ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर बयान जारी किया है। कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस के इस दिग्गज नेता को बहुत पहले कर्नाटक का मुख्यमंत्री बन जाना चाहिए था।
भले ही सीएम का यह बयान कांग्रेस और जेडीएस के बीच तल्खी को बढ़ाए लेकिन इसके साथ ही भाजपा को सत्ताधारी गठबंधन पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी से कहा कि उन्हें लोकसभा में कांग्रेस के नेता मलिल्कार्जुन खड़गे के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए।
चिंचोली में उपचुनाव से पहले एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस नेता को बहुत पहले ही राज्य का मुख्यमंत्री बन जाना चाहिए था। उस सभा में खड़गे भी मौजूद थे। कुमारस्वामी यहां तक ही नहीं रुके। उन्होंने कहा, ‘मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि खड़गे के साथ अन्याय हुआ है। मैं यह साफ तौर से कहना चाहूंगा कि खड़गे के काम को वो सम्मान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे।’
सीएम ने यह खुलासा किया कि खड़गे वर्तमान गठबंधन में मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय का पालन किया। वहीं भाजपा नेता येदियुरप्पा ने कहा कि यदि खड़गे को बहुत पहले सीएम बन जाना चाहिए था तो कुमारस्वामी अपने पद से इस्तीफा दें और खड़गे को मुख्यमंत्री बनाकर उनके सपने को सच कर दें।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता बासनगोडा पाटिल ने कहा कि कुमारस्वामी का यह बयान सिद्धारमैया और खड़गे के बीच दरार पैदा करने के लिए दिया गया है। खड़गे 9 बार विधायक रहने के साथ ही दो बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। उन्हें अभी तक किसी भी चुनाव में हार का सामना नहीं करना पड़ा है।
