कर्नाटक के खनन कारोबारी और भाजपा सरकार में मंत्री रहे जी जनार्दन रेड्डी पोंजी मामले में शनिवार (10 नवंबर) को बेंगलुरु स्थित राज्य के केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए। इससे पहले वो पिछले चार दिनों से फरार चल रहे थे। सीसीबी के एक अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, “करोड़ों रुपये के पोंजी स्कीम मामले में संलिप्तता के आरोप के सिलसिले में रेड्डी अपने वकील के साथ जांच अधिकारी के समक्ष पेश हुए।”

शहर की एक अदालत ने शुक्रवार (09 नवंबर) को इस मामले में रेड्डी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, उसके बाद रेड्डी शनिवार को जांच अधिकारी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हुए। अपराध शाखा का आरोप है कि रेड्डी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पोंजी स्कीम जांच में आरोपियों को बचाने का काम किया। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में मंत्री रहे रेड्डी करोड़ों रुपये के खनन घोटाला मामले में जमानत पर बाहर हैं।

अपराध शाखा के समक्ष पेश होने से पहले स्थानीय टीवी चैनलों पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें रेड्डी कह रहे हैं कि वह न तो हैदराबाद में छुपे हैं और न ही भगोड़ा हैं। रेड्डी ने वीडियो क्लिप में कहा कि कुछ टीवी चैनल चला रहे हैं कि वह हैदराबाद में हैं, जबकि मैं बेंगलुरू में ही हूं और अपराध शाखा के समक्ष पेश होने जा रहा हूं। बता दें कि कर्नाटक पुलिस ने बुधवार को हैदराबाद के पॉश इलाके बंजारा हिल्स में कुछ छिकानों पर छापेमारी की थी ताकि रेड्डी को गिरफ्तार किया जा सके लेकिन पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था।