गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने कहा कि उनका राज्य पड़ोसी कर्नाटक द्वारा महादेई नदी के पानी का रुख मोड़ने के मामले में किसी भी प्रकार के राजनीतिक दबाव के सामने नहीं झुकेगा। पारसेकर ने कहा, ‘कर्नाटक जो करना चाहता है, उसके करने दो। हमें इसकी चिंता नहीं है। गोवा किसी प्रकार के राजनीतिक दबाव के आगे नहीं झुकेगा।’ कर्नाटक सरकार में पारसेकर के समकक्ष ने कहा था कि वह महादेई नदी के पानी का रुख मोड़ने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग करेंगे। पारसेकर ने इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही।
कर्नाटक ने महादेई नदी पर बांधों को लेकर काम करना शुरू कर दिया है जिसका गोवा ने विरोध किया है। पारसेकर ने कहा,‘इस मामले पर गोवा के राजनीतिक दल एकमत हैं। हमने समय-समय पर अपना निर्णय स्पष्ट किया है कि हम पानी के रुख में बदलाव की स्वीकृति नहीं देंगे।’
यह पूछे जाने पर कि क्या गोवा सरकार भी इस मामले में प्रधानमंत्री से मुलाकात करेगी, पारसेकर ने कहा,‘कर्नाटक जो कर रहा है, हम उसका अनुसरण नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा,‘वे जो कर रहे हैं, उन्हें करने दो।’
गोवा सरकार बांध बनाकर महादेई के पानी का रुख मालप्रभा की ओर मोड़ने की कर्नाटक की योजनाओं पर आपत्ति जता रही है। गोवा के मुख्यमंत्री ने हाल में आयोजित विधानसभा सत्र के दौरान भी महादेई नदी संबंधी विवाद के मामले को मौजूदा महादेई जल विवाद न्यायाधिकरण से अंतरराज्यीय नदी जल विवाद न्यायाधिकरण के पास हस्तांतरित करने पर नाराजगी व्यक्त की थी।