कानपुर शूटआउट में 8 पुलिस वालों की हत्या के बाद फरार हिस्ट्रीशीटर गैंगस्टर विकास दुबे अबतक पुलिस के हाथ नहीं आया है। लेकिन यूपी पुलिस ने एक-एक कर उसके साथियों को ढेर करना शुरू कर दिया है। पुलिस उसके सहयोगियों की मदद से विकास तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। ऐसे में यूपी पुलिस ने दो दिन में दुबे के तीन साथियों को देर कर दिया है। अमर दुबे के बाद गुरुवार को विकास के दो और साथी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए। फरीदाबाद में विकास दुबे की मदद करने वाला अपराधी प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे दो अलग अलग पुलिस एनकाउंटर में मारे गए।

पुलिस ने जांच के दौरान विकास दुबे के तीन साथियों को गिरफ्तार किया था। उनमें से एक प्रभात मिश्रा कि मौत हो गई है वहीं एक अन्य साथी के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज़ के लिए अस्पताल ले जाया गया है। कानपुर रेंज के आईजी का कहना है कि कल गिरफ्तार किए गए 3 लोगों में से 1 के पैर में पुलिस ने गोली मारी है। आईजी ने बताया कि पुलिस जब उसे कानपुर ला रही थी तब उसने भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उसे पैर पर गोली मारी। उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है। अपराधी को कल ज़िला अदालत फरीदाबाद (हरियाणा) ने ट्रांजिट रिमांड पर भेजा था।

इसके अलावा आईजी रेंज कानपुर ने बताया कि प्रभात ने रास्ते में पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की जिसके कारण उसका एनकाउंटर किया गया। उत्तर प्रदेश के एडीजी प्रशांत कुमार ने न्यूज़ एजेंसी के माध्यम से बताया “जिन 3 लोगों को कल गिरफ्तार किया गया था, उनमें से एक, प्रभात मिश्रा की मौत हो गई है, प्रभात मिश्रा ने हिरासत से भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उसे गोली मार दी।” एडीजे ने बताया कि पुलिस की गाड़ी खराब होने का फायदा उठाकर प्रभात मिश्रा ने पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायर करने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया। इस मुठभेड में हमारे STF के 2 जवान और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

वहीं एक अन्य एनकाउंटर में विकास का साथी बऊआ दुबे भी मारा गया है। पुलिस ने इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र में उसका एनकाउंटर किया है। इटावा एसएसपी आकाश तोमर ने बताया “आज सुबह इटावा पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई, उसके पास से राइफल और पिस्टल बरामद हुई है। कानपुर पुलिस ने उसकी पहचान बउआ दुबे के रूप में की है। ये कानुपर मुठभेड़ की घटना में विकास दुबे के साथ था और इस पर 50,000 रुपये का इनाम था।”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बऊआ दुबे अपने तीन अन्य साथियों के साथ एक स्विफ्ट डिजायर कार को लूटकर भागने के प्रयास में था। इसी दौरान कचौरा रोड पर पुलिस ने उन्हें रोका तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई जिसमें बऊआ दुबे मारा गया। हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे। प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे  दोनों पर 50 हजार का इनाम था।