Kanpur Dehat: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के मंडौली गांव में मां-बेटी की दर्दनाक मौत के मामले ने सनसनी मचा दी है। इस घटना में घर के मालिक कृष्ण गोपाल दीक्षित भी बुरी तरह जख्मी हो गए थे। उन्होंने इस दर्दनाक घटना के बारे में बात करते हुए कहा कि अगर डीएम उनकी मदद कर देतीं, तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने बताया कि एक महीने पहले गांव के कुछ लोगों के कहने पर राजस्व विभाग और पुलिस विभाग ने मिलकर उनका घर गिरा दिया था। उन्होंने बताया कि वे इसकी शिकायत करने के लिए डीएम ऑफिस भी गए, लेकिन उन्हें डांटकर वहां से भगा दिया गया।
गांव के एक शख्स ने लेखपाल से मिलकर गिरवा दिया हमारा घर
यूपी तक के साथ बात करते हुए कृष्ण गोपाल ने बताया कि इस घटना से पहले 14 जनवरी को हमारे गांव के एक असरदार आदमी हैं, जो फौज में हैं, उन्होंने लेखपाल से मिलकर, सारी ताकत झोंककर हमारा घर गिरवा दिया। उन्होंने कहा, “राजस्व और पुलिस विभाग ने 14 जनवरी को उनका मकान गिरा दिया। इसके बाद हम 15 जनवरी को हम डीएम ऑफिस गए। हमारे यहां 4 गाय और बकरियां थीं, उन्हें रखने और भूसे के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। हम डीएम ऑफिस गए, वहां एसडीएम हमें भगाने लगे, लेकिन पत्रकार आए तो वे मान गए। फिर एडीएम आए तो हमें डांटने लगे कि जानते नहीं हो तुम मैं एडीएम हूं यहां का। तो हमने हाथ जोड़े। 11 बजे तक यही सब चलता रहा।”
डीएम साहिबा अगर मदद कर देतीं तो नहीं होता हादसा
उन्होंने आगे कहा, “डीएम तो आईं नहीं, एडिशनल एसपी आए और हमारे लड़के को मारने दौड़े और हमें हड़काकर भगा दिया। डीएम साहब अगर हमारी मदद कर देतीं, तो ये घटना ना होती। उसके बाद राजस्व विभाग को पता नहीं क्या हो गया कि वो हमारे पीछे ही पड़ गए। हमारे विरोधी और ये सब लोग मिलकर 13 फरवरी को फिर से हमारे घर आ गए, हमने एसडीएम को दिखाया कि हमारा ये माननीय न्यायालय में वाद दाखिल है। उन्होंने कहा कि हम देख लेंगे और इसके बाद हमारा नल गिरा दिया, भगवान भोलेनाथ का मंदिर गिरा दिया, कटिया मशीन गिरा दिया।”
कृष्ण गोपाल दीक्षित ने आगे बताया, “बंगला में हमारी पत्नी और बेटी थे। इसके बाद अनिल, अशोक और ये सब लोग बोले कि इसी आग में इन सबको धकेल दो। हम हमारा बेटा तो बच गए, लेकिन बेटी और पत्नी को नहीं बचा पाए। एसडीएम साहब ने आदेश दे दिया था कि बंगला को दबा दो और फिर ड्राइवर आया और हमारी बिटिया की दर्दनाक मौत हो गई और हम कुछ नहीं कर पाए।” कृष्ण गोपाल दीक्षित ने दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है।
