Bageshwar Dham: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ (Kamal Nath) ने सोमवार को छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) में हाजिरी लगाई। यहां उन्होंने बागेश्वर के दर्शन किए और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) से भी मुलाकात की।
बागेश्वर धाम सरकार की तरफ से इसे लेकर एक ट्वीट किया गया। इसमें कहा गया, “बागेश्वर बाला जी के दरबार में मध्यप्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी ने पूज्य सरकार के दर्शन और आशीर्वाद भी लिया…संग में कांग्रेस के अरुण यादव जी सज्जन जी और छत्तरपुर के विधायक श्री आलोक चतुर्वेदी जी दमोह से विधायक आलोक टंडन और विधायक नीरज दीक्षित जी।”
इस दौरान उन्होंने हनुमान मंदिर में भी पूजा-अर्चना की। कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने भगवान हनुमान से मध्य प्रदेश के लोगों के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने कहा, “मैंने छिंदवाड़ा में सबसे बड़ा 101 फुट से भी ऊंचा हनुमान मंदिर बनाया है। मैं हनुमान जी से यहां प्रार्थना करने आया था कि मध्य प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहे।”
काफी समय से चर्चाओं में हैं धीरेंद्र शास्त्री
बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों काफी चर्चाओं में हैं। वे शहरों-कस्बों में श्रीराम कथा के साथ दिव्य चमत्कारी दरबार लगाते हैं। पिछले दिनों नागपुर में भी उनकी “श्रीराम चरित्र चर्चा” आयोजित की गई थी। इसके खिलाफ महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने नागपुर पुलिस से शिकायत की थी। समिति का आरोप था कि धीरेंद्र शास्त्री अंधविश्वास और जादू-टोना को बढ़ावा देते हैं। वहीं, उनके समर्थक इसे सिद्धी बता रहे हैं। इन आरोपों को लेकर धीरेंद्र शास्त्री चर्चाओं में हैं। हालांकि, नागपुर पुलिस ने समिति के आरोपों पर धीरेंद्र शास्त्री को क्लीन चिट दे दी थी।
13 से 19 फरवरी तक बागेश्वर धाम में होगा बड़ा आयोजन
बागेश्वर धाम में 13 से 19 फरवरी तक एक बड़ा धार्मिक आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन में देश के मशहूर और प्रसिद्ध कथावाचक भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में देशभर से 21 कथावाचकों और भजन गायकों को एक जगह इकट्ठा किया जाएगा। इसके अलावा, शिवरात्री पर यहां बड़ा मेला भी लगाया जाएगा। इसमें सत्ताधारी पार्टी के कई नेताओं के शामिल होने की भी उम्मीद है।
उमा भारती ने धीरेंद्र शास्त्री को बताया अपने बेटे जैसे
वहीं, बीजेपी नेता उमा भारती ने रविवार को ट्वीट कर धीरेंद्र शास्त्री को अपने बेटे जैसा बताया था। उन्होंने कहा, “धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम) को मैं पुत्रवत मानती हूं, उनका आदर करती हूं एवं वह हमारे क्षेत्र के गौरव हैं।” उन्होंने कहा, “जहां मैं थी, वहां की अनुभूतियों की अलौकिकता ने मेरे मन के अंदर यह भाव स्थापित कर दिया कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, बागेश्वर धाम एक तपस्वी हैं, अलौकिक हैं। लोग उनके अधिक से अधिक जाकर दर्शन करें, यह मैंने हमेशा कहा। अब तो और जोर से यह बात कहूंगी।”