उत्तराखंड राज्य मंत्रिमंडल ने जोशीमठ में जमीन धंसने से प्रभावित परिवारों/ व्यक्तियों को दिए जाने वाले मुआवजे के संबंध में प्रस्तावित नीति को बुधवार को मंजूरी दे दी है। नीति के मुताबिक जोशीमठ में प्रभावित घरों के मालिक तीन विकल्पों में से किसी एक को चुन सकते हैं।
प्रभावित लोगों को सरकार देगी तीन विकल्प
पहला विकल्प यह है कि मकान और जमीन के लिए तय की गई दरों के मुताबिक पूरा मुआवजा पैसे के रूप में लिया जाए। दूसरे विकल्प के तहत, मालिक घर के लिए मौद्रिक मुआवजा (Monetary Compensation) ले सकते हैं। जहां सरकार उन्हें घर बनाने के लिए जमीन (अधिकतम 75 वर्गमीटर, घर के लिए 50 वर्गमीटर और बाकी अन्य उपयोगों के लिए) प्रदान करेगी। तीसरे विकल्प में मालिक अपनी जमीन और मौजूदा घर के बदले नए घर की मांग कर सकते हैं।
व्यावसायिक भवनों के मुआवजे के लिए 5 स्लैब तय
सरकार 50 वर्गमीटर क्षेत्र में नए घर बनाएगी और 25 वर्गमीटर अन्य उपयोगों के लिए उपलब्ध कराएगी। यही तीन विकल्प व्यावसायिक इमारतों जैसे दुकानें, होटल और रेस्तरां के लिए भी उपलब्ध कराए गए हैं। दुकानों, होटलों और रेस्टोरेंट जैसे व्यावसायिक ढांचों के मुआवजे के लिए 5 स्लैब तय किए गए हैं। व्यावसायिक इमारतों के लिए 5 लाख रुपये की पूरी राशि दी जाएगी। स्लैब दो के लिए 5 से 10 लाख रुपये तक 40 प्रतिशत मुआवजा, 15 से 30 लाख के लिए 30 प्रतिशत, 30-50 लाख के लिए यह 20 प्रतिशत और 50 लाख से ऊपर के लिए 10 प्रतिशत होगा। किराए के भवन में एक साल से ज्यादा समय से दुकान चलाने वालों के लिए भी 2 लाख रुपये के मुआवजे का प्रावधान है।
बिल के आधार पर भी लिया जा सकता है मुआवजा
अगर किसी प्रभावित परिवार के पास जमीन या घर के अपने स्वामित्व को दिखाने के लिए वैध दस्तावेज नहीं हैं, तो सरकार द्वारा जारी बिल जैसे बिजली, पानी टैक्स या सीवर टैक्स बिल के साथ एक हलफनामे के आधार पर मुआवजा लिया जा सकता है। यह बिल 2 जनवरी 2023 से पहले का होना चाहिए। इसके साथ ही नो-ड्यूज सर्टिफिकेट भी जरूरी है।
जोशीमठ में प्रभावित प्रत्येक परिवार को अग्रिम राहत के रूप में दी जाने वाली एक लाख रुपये की राशि दी जाने वाली राशि में समायोजित की जाएगी। जो लोग मुआवजे से असंतुष्ट हैं वे जिला प्रशासन द्वारा गठित समिति में अपील कर सकते हैं। प्रक्रिया प्रभावित घरों और क्षेत्र के सर्वेक्षण के पूरा होने के बाद शुरू होगी और इसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा संकलित किया गया है।
