Joshimath: उत्तराखंड (Uttrakhand) के चमोली जिले के कस्बे जोशीमठ में चल रहे हालिया घटनाक्रम ने देश को हिला कर रख दिया है। जोशीमठ (Joshimath in Uttarakhand) को आपदा संभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही जोशीमठ और आसपास के इलाकों में निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। इसी बीच प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों ने असुरक्षित घरों की पहचान शुरू कर दी है। प्रशासन इन घरों की लाल रंग से मार्किंग कर रहा है। एसडीआरएफ की टीमों ने असुरक्षित घरों की पहचान शुरू करते हुए इन घरों की लाल रंग से मार्क किया है । यह वह घर हैं जिन्हे सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति के तौर पर देखा जा रहा है।

डीएम ने दिए निर्देश

बढ़ते हुए खतरे के बीच चमोली के डीएम ने आदेश पारित किया है कि ऐसे घरों पर लाल निशाँ लगाया जाए जहां खतरा ज्यादा है । डीएम के मुताबिक़ सिंहधर, गांधीनगर, मनोहरबाग, सुनील वार्ड जैसे कई इलाकों को असुरक्षित घोषित कर इन वार्डों में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है और इसलिए यह लाल निशान लगाया जा रहा है ।

राष्ट्रीय आपदा घोषित करे सरकार : कांग्रेस

कांग्रेस ने सोमवार को मांग की कि जोशीमठ मामले को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए और प्रभावित निवासियों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से उचित मुआवजा दिया जाए। कांग्रेस ने सोमवार को मांग की कि जोशीमठ मामले को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए और प्रभावित निवासियों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से उचित मुआवजा दिया जाए। उत्तराखंड सरकार ने रविवार को जोशीमठ के कुछ क्षेत्रों को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है ।

रविवार देर शाम करीब डेढ़ किलोमीटर के इलाके ऐसा इलाका करार दिया गया था जहां रहना एकदम ठीक साबित नहीं हो सकता है । कांग्रेस का कहना है कि उत्तराखंड सरकार राज्य को संभाल पाने में सक्षम नहीं ह। जबकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि हम इस मुश्किल से लड़ने का लिए पूरी तरह तैयार हैं ।