बृहस्पतिवार को कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 37 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। इस हमले के बाद से पूरे देश में आक्रोश और दुख का माहौल है। बता दें कि ये हमला सितंबर 2016 में हुए उरी हमले से भी काफी बड़ा है। उरी हमले में 19 जवान शहीद हुए थे। पुलवामा हमले को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा इन आतंकवादियों ने हमारा जीना मुश्किल कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने इस हमले को इंटेलिजेंस की नाकामी भी बताया।
इंटेलिजेंस की नाकामी है हमला: दरअसल आज तक से बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने पुलवामा हमले को इंटेलिजेंस की नाकामी बताई और कहा कि 50 गाड़ियों में 2500 जवान जाएं और उन पर हमला हो जाए, ये बहुत गंभीर बात है। इतने सालों में मैंने ऐसा हमला नहीं देखा।
आतंकवादियों ने जीना हराम कर दिया: इसके साथ ही फारूक ने कहा कि हम खुद आतंकवाद का शिकार हैं, इन आतंकवादियों ने जीना मुश्किल कर दिया है। ये जो हमले कर रहा हैं, उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए। ये हमारे अमन और हमारे बच्चों की जिंदगी खत्म कर रहे हैं।
एक्सपोज करे भारत सरकार: फारूक ने भारत सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि भारत सरकार को इसे एक्सपोज करना चाहिए। जो लोग ऐसे काम कर रहे हैं उन्हें पकड़कर हमें निजात दिलाए। हम थक गए हैं ये मरने और मारने वालों को देखकर।
पत्थरबाजों का नहीं दिया साथ: स्थानीय युवाओं का दहशतगर्दों के साथ देने के सवाल पर फारूक ने कहा कि मैंने पत्थरबाजों का कभी साथ नहीं दिया। ये वतन के दुश्मन हैं, इन्होंने हमारा जीना हराम कर दिया है। ये कब तक चलेगा।
पीएम मोदी- डोभाल और राजनाथ की बैठक से उम्मीद: फारूक ने कहा कि आज (शुक्रवार) को होने वाली सुरक्षा बैठक जिसमें पीएम नरेन्द्र मोदी, अजीत डोभाल और राजनाथ सिंह शामिल होंगे, उससे हमें उम्मीद है। गुनहगारों को पकड़िए, उसमें कोई विरोध नहीं करेगा, बेगुनाहों को पकड़ेंगे तो विरोध होगा।