झारखंड के देवघर में रविवार रात एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें दो लोगों की मृत्यु हो गई और 30 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। लोगों को बचाने का प्रयास जारी है और वायुसेना के हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रसिद्ध त्रिकुटी पहाड़ पर रोपवे में खराबी आने के कारण ये घटना घटी है। राज्य सरकार ने फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद मांगी है।

द टेलीग्राफ के स्थानीय सूत्रों के अनुसार घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे की है, जब रोपवे अपनी अंतिम यात्रा कर रहा था। एक ट्रॉली दूसरे ट्रॉली से टकराया, जिसके बाद ट्रॉली एक चट्टान से टकरा गया और एक तार टूट गया, जिससे ट्रॉली फंस कर रुक गया। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों के अनुसार एक व्यक्ति ट्रॉली से बाहर गिरता हुआ दिखाई दे रहा था और जमीन से सैकड़ों फीट ऊपर तार से लटका हुआ दिखाई दिया।

राहत-बचाव कार्य पर भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि, “झारखंड के देवघर ज़िले में दो Mi-17 हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगे हुए हैं। कई लोग दुर्घटना के कारण रोपवे ट्रॉली में फंस गए हैं। ऑपरेशन अभी भी जारी है।” वहीं हादसे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि, “मैं कल से स्थिति की समीक्षा कर रहा हूं। हमने एनडीआरएफ, एयर फोर्स, विशेषज्ञों, कमांडोस से मदद मांगी है। आज सुबह से बचाव के प्रयास जारी हैं।”

देवघर के डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि, “झारखंड के देवघर जिले में रविवार को रोपवे ट्रॉलियों की टक्कर के बाद हवा में फंसे 48 लोगों में से 18 को सोमवार को रेस्क्यू कर बचाया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि 30 लोग अभी भी ट्रॉलियों में फंसे हुए हैं।”

क्या है रोपवे सेवा: 2003 में शुरू हुई त्रिकूट हिल्स में रोपवे सेवा पूरे राज्य में एकमात्र ऐसी पर्यटक सुविधा है। त्रिकुट पहाड़ी की तीन चोटियां ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पवित्र त्रिमूर्ति को दर्शाती हैं। तीर्थयात्रियों को पहाड़ी की चोटी तक ले जाने के लिए रोपवे का निर्माण किया गया था अन्यथा पहाड़ी की चोटी पर जाना काफी मुश्किल था।

त्रिकुट पहाड़ी में तीन चोटियां हैं और सबसे ऊंची चोटी समुद्र तल से 2470 फीट की ऊंचाई तक पर है और जमीन से लगभग 1500 फीट की दूरी पर है। यह ट्रेकिंग के लिए एक आदर्श स्थान है। रोपवे पर्यटकों को मुख्य चोटी के सबसे ऊपरी हिस्से पर ले जाता है, जहां से देवघर का 360 डिग्री दृश्य दिखाई देता है। पूरे रोपवे की लंबाई लगभग 800 मीटर है।