दो अज्ञात लोगों ने एक 10 वर्षीय बच्ची को आग लगाकर कथित तौर पर उसे गड्ढे में धकेल दिया। घटना झारखंड की है। पुलिस का कहना है कि बच्ची ने कथित रेप की कोशिश का विरोध किया था। बच्ची को जमशेदपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची 60 फीसद तक जल गई है और पुलिस ने उसका बयान रिकॉर्ड कर लिया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए सात लोगों को हिरासत में लिया है और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि उनके (पीड़िता के माता-पिता) घरेलू विवाद थे और शुरुआती जांच में अभी आरोप साबित नहीं हुए।
पश्चिम बंगाल के बांकुरा के रहने वाले मजदूर कांद्रा इलाके में किराए के मकान में पिछले दो साल से अपने परिवार के साथ रह रहा था। पीड़िता के बयान के मुताबिक बुधवार सुबह दो लोगों ने उसके और उसकी मां के साथ छेड़छाड़ की थी। उसके बाद उसे घर से क्रेशर यूनिट के पास ले गए, जो कि उनके घर के पास ही है। इसके बाद कथित तौर पर उसके कपड़े उतारे और रेप करने की कोशिश की। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो संदिग्धों ने कैरोसिन डालाकर उसे आगे लगा दी। इसके बाद उसे एक सूखे गड्ढे में डाल दिया और वहां से निकल गए। जब पीड़िता चिल्लाई तो स्थानीय लोगों ने उन्हें बाहर निकाला। उसके बाद पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया गया और पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस को एक डिब्बा, माचिस और लड़की के कुछ जले हुए कपड़े मिले हैं। लड़की पास के ही स्कूल में क्लास छह में पढ़ती है। अधिकारी ने बताया, ‘लड़की का कहना है कि वह आरोपियों की पहचान कर लेगी, लेकिन उन्हें नाम से नहीं जानती। हम लोगों ने सात लोगों को हिरासत में लिया है। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि लड़की मां और पिता में अनबन रहती है। पीड़िता के दो अन्य भाई बहन भी हैं, लेकिन वे अभी गायब हैं। अभी मामले की जांच की जा रही है।’
पुलिस अधिकारी सुमीत कुमार ने बताया, ‘किसी ने इस घटना को नहीं देखा। हालांकि, घटना दिन के वक्त ही हुई थी। पति और पत्नी में हिंसक विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। हम मामले की जांच कर रहे हैं।’

