धनबाद जज मौत मामले में अब सीबीआई ने बड़ी घोषणा की है। सीबीआई ने घोषणा की है कि जज उत्तम आनंद की हत्या से संबंधित जो भी जानकारी देगा उसे वो 5 लाख रुपया इनाम राशि के रूप में देगी।

धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत तब हो गई थी जब वो सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। मॉर्निंग वॉक के समय ही एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दिया था, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। शुरूआती तौर पर तो ये एक्सीडेंट का मामला लगा, लेकिन जब घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया तो ये प्रतित हुआ कि ये जानबुझकर किया गया एक्सीडेंट था, जिसने जज उत्तम कुमार की जान ले ली।

इस मामले में सीबीआई ने जांच के लिए 20 सदस्यीय टीम का गठन किया है। अधिकारियों ने बताया कि जांच टीम धनबाद पहुंच चुकी है। इसके साथ ही एक केंद्रीय फोरेंसिक टीम भी इस मामले में मुख्य टीम की जांच में सहयोग कर रही है। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी को मामले की जांच के लिए केंद्र के जरिए झारखंड सरकार का अनुरोध प्राप्त हुआ था। निर्धारित प्रक्रिया के तहत एजेंसी ने मामले में धनबाद पुलिस की एफआईआर अपने अधिकार में ले ली है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 49 वर्षीय धनबाद के जज के हिट एंड रन मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपने का फैसला किया था।

स्थानीय पुलिस की शुरुआती जांच से कोर्ट नाखुश था और जांच के दौरान पूछे जा रहे सवालों पर नाराजगी भी व्यक्त कर चुका था। कोर्ट ने पुलिस को देरी से मामला दर्ज करने और कार्रवाई में भी देरी करने के लिए फटकार लगाई थी। पुलिस ने बताया था कि ऑटो चालक लखन कुमार वर्मा धनबाद के सुनार पट्टी का रहने वाला है, जबकि दूसरा आरोपित राहुल वर्मा भी स्थानीय निवासी है। लखन कुमार वर्मा ने स्वीकार किया है कि घटना के वक्त ऑटो वही चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी गिरिडीह से हुई जबकि दूसरे आरोपित राहुल वर्मा की गिरफ्तारी धनबाद स्टेशन से हुई।

पुलिस ने इस मामले में 243 लोगों को हिरासत में लिया गया था और 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि न्यायाधीश को टक्कर मारने वाले ऑटो की चोरी की प्राथमीकि दर्ज करने में देरी के लिए पाथरडीह थाने के प्रभारी उमेश मांझी को निलंबित कर दिया गया। दुर्घटना के सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करने पर प्रशिक्षु दरोगा आदर्श कुमार को भी निलंबित कर दिया गया।

उत्तम आनंद चर्चित रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे। कुछ दिन पहले ही शूटर अभिनव सिंह और अमन का गुर्गा रवि ठाकुर की जमानत याचिका उन्होंने खारिज कर दी थी। आशंका जताई जा रही है कि रंजय सिंह हत्याकांड मामले में ही उनकी हत्या की गई है।