भारत सेवाश्रम संघ (BSS) की जमशेदपुर शाखा के एक साधु (45) पर रेप का आरोप लगने के बाद उसे गुरुवार (20 दिसंबर, 2018) को पुलिस हिरासत में रखा गया। पुलिस ने यह कार्रवाई तब की जब कथित तौर पर 15 साल की रेप पीड़िता ने साधु सुजित महाराज के खिलाफ लिखित में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने मंगलवार दोपहर उसके आश्रम के एक कमरे हमला कर दिया। शिकायत के बाद आरोपी साधु को बुधवार रात को इलाके के सोनारी पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया।

हालांकि मामले में तब उलझन हो गई जब पीड़िता और उसके परिवार ने दावा किया कि यह बलात्कार था। पुलिस कहना है कि पीड़ित पक्ष के अनुसार ही मामला दर्ज किया गया। अब परिवार का कहना है कि उनकी शिकायत बलात्कार को लेकर थी। उधर पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट से पहले मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।

कथित रेप का मामला सामने आने के बाद झारखंड में जमशेदपुर के BSS सहायक सचिव स्वामी सेवात्मानंदजी ने आरोपी साधु को बर्खास्त कर दिया। ऐसा कोलकाता स्थित BSS मुख्यालय के निर्देश के बाद किया गया। भारत सेवाश्रम संघ की स्थापना साल 1917 में स्वामी प्रणबानंदजी महाराज ने की थी। इसकी देशभर में 68 शाखाए हैं। इसके अलावा 12 शाखाएं दुनिया के अलग-अलग देशों में भी हैं।

बर्खास्तगी पत्र में लिखा गया, ‘पुलिस सुजित महाराज के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही हैं। हमें उम्मीद है कि गुनाहगार को इंसाफ के कटघरे में लाया जाएगा और निर्दोष बेगुनाह साबित होगा। वहीं हमारे कोलकाता मुख्यालय के निर्देश के बाद सुजित महाराज को तत्काल BSS से बर्खास्त कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया ताकि जांच में किसी भी तरह की बाधा ना आए।’

जानकारी के मुताबिक साधु गुरुवार दोपहर बाद तक पुलिस हिरासत में रहा। हालांकि उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है। मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 के तहत और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपी सुजित महाराज को सोनारी में BSS परिसर से पकड़ा गया। तब पीड़िता और उसके बड़े भाई सुभाष एन बोस और उनकी पत्नी विक्टोरिया बोस ने सोनारी पुलिस ने स्टेशन में रेप की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।

बोस का आरोप है कि शिकायत उसी तरह लिखी गई जैसा पुलिस ने निर्देश दिया। परिवार ने अब नए पत्र दाखिल किया है जिसमें पुलिस से एफआईआर में बदलाव करने की गुजारिश की गई। मगर ऐसा अभी तक हुआ नहीं है।