झारखंड के पंडारा में एक नक्सली मुठभेड़ में 10 लाख रुपए के इनामी नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। नक्सली की पहचान संतोष यादव उर्फ टाइगर के रूप में हुई है। सुरक्षा बलों के अनुसार टाइगर रविवार को हुई मुठभेड़ में जख्मी हो गया था जिसका इलाज वह अपने घर में करवा रहा था। इसी दौरान उसे घर से ही गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ से सुरक्षाबलों को दो एके-47 के साथ कुल सात हथियार, एक लाख से अधिक रुपए, 50 मोबाइल, दो वायरलेस और 100 सिम कार्ड भी जब्त किए गए हैं।

कई नक्सली ढेरः रिपोर्ट्स के मुताबिक घायल टाइगर को इलाज के लिए राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स, रांची) में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में तीन अन्य नक्सली मारे गए जिनमें टाइगर का साथी गज्जू गोपे भी था। मारे गए नक्सलियों में दो लाख का इनामी एरिया कमांडर भउआ और विष्णु भी शामिल था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गज्जू पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) का मुख्य कमांडर था। पीएलएफआई के कुल नौ नक्सली इस साल मारे जा चुके हैं।

 

सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाईः पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में नक्सली छिपे बैठे हैं। कार्रवाई करते हुए सीआरपीएफ कोबरा बटालियन 209 के जवान और गुमला खूंटी पुलिस ने जमकर नक्सलियों पर फायरिंग की। इस फायरिंग में सुरक्षा बलों को यह बड़ी कामयाबी मिली है। बताया जा रहा कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।झारखंड लंबे समय से नक्सलियों से प्रभावित इलाकों में शुमार है। यहां अक्सर बस लूटने, लैंड माइंस बिछाने, सुरक्षा बलों पर हमले करने जैसी खबरें सामने आती रहती हैं। झारखंड से सटे राज्यों में भी लाल आतंक का कहर है।