Jharkhand: सिदगोड़ा के सूर्य मंदिर में छठ पूजा के आयोजन को लेकर विधायक सरयू राय और पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रघुबर दास के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। राय समर्थकों ने दास समर्थकों के कार्यक्रम स्थल के पास भक्तों के लिए एक शिविर लगाया था, जिसे लेकर दोनों गुटों के बीच झड़प हो गई।
जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर के टाउन हॉल परिसर में शुक्रवार शाम पुलिस की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान रघुवर समर्थकों ने सरयू समर्थकों को दौड़ाकर पीटा। लाठी-डंडे, कुर्सियों और टेंट के पाइप से वार किया गया।
दोनों पक्षों की ओर से हंगामा: रघुवर दास के नेतृत्व वाली सूर्य मंदिर कमेटी ने शनिवार को मंदिर परिसर स्थित मैदान में फल और छठ सामग्री वितरण का कार्यक्रम निर्धारित किया था। वहीं सरयू राय वाली मंदिर कमेटी की ओर से छठ व्रतियों के बीच फल वितरण और भजन कीर्तन का कार्यक्रम तय था। दोनों पक्ष कार्यक्रम को लेकर वहां टेंट लगा रहे थे। दोनों ओर से एक-दूसरे के सामने कुर्सियां लगाई गई थीं। रात आठ बजे रघुवर पक्ष के लोगों ने सरयू गुट के टेंट में तोड़फोड़ शुरू कर दी और दोनों ओर से हंगामा शुरू हो गया।
कार्यक्रम स्थगित करने का आदेश: सूर्य मंदिर के टाउन हॉल परिसर में शुक्रवार देर शाम रघुवर और सरयू समर्थकों के बीच मारपीट के बाद दोनों पक्ष सिदगोड़ा थाना पहुंचे, जहां नारेबाजी हुई। भाजमो समर्थकों की संख्या कम होने के कारण वे लोग काफी देर तक थाने में भी बैठे रहे। सूचना पाकर प्रशासन की तरफ से सिटी एसपी के. विजय शंकर और एसडीओ पीयूष सिन्हा ने दोनों पक्षों की बारी-बारी से बात सुनी। इसके बाद सिटी एसपी और एसडीओ सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर पहुंचे, जहां मौके का मुआयना करने के बाद कार्यक्रम स्थगित करने का आदेश दिया।
परिसर को बंद करने का निर्देश: दोनों गुटों के बीच संघर्ष के बाद प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा और सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर को बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया।। एसडीओ पीयूष सिन्हा ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर के मेन गेट में ताला जड़वा दिया। दरअसल, सिदगोड़ा सूर्य मंदिर परिसर में 2002 से रघुवर समर्थकों का वर्चस्व रहा है। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के बनने के बाद सूर्य मंदिर कमेटी दो पक्षों में बंट गई।