जम्मू में पांच खानाबदोश लोगों की पिटाई का मामला सामने आया है। वे लोग अपने जानवरों को चराने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जा रहे थे। लोगों का आरोप है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों ने उनकी पिटाई की थी। जिन लोगों पर हमला हुआ उसमें एक आठ साल की लड़की और दो महिलाएं भी शामिल हैं। दो लोगों के फ्रैक्चर भी हुआ है। जिन लोगों पर हमला हुआ उनकी पहचान नजाकत अली, नसीमा, सबर अली, अबीदा और साइना के तौर पर हुई है। यह घटना रियासी जिले में हुई। वहां के पुलिस अधीक्षक ताहिर भट्ट ने बताया कि FIR लिख ली गई है और कुछ आरोपियों की पहचान भी हो गई है।

जिन लोगों पर हमला हुआ उनके खिलाफ भी धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि वे लोग जिला मजिस्ट्रेट से इजाजत लिए बिना जानवरों को इधर से उधर ले जा रहे थे। हालांकि, इसपर एडिशनल डिप्टी कमिशनर बाबू राम ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि खानाबदश लोग अगर पैदल जानवरों को इधर से उधर लेकर जा रहे होते हैं तो उन्हें इजाजात नहीं लेनी होती। पैदल जानवरों को लेकर जाने के लिए वहां वन विभाग से बस ‘मोटो’ लेना होता है। अधिकारी ने यह भी कहा कि परिवार के पास वह इजाजत थी।

पुलिस के मुताबिक, परिवार अपने 16 जानवरों को लेकर जिसमें कुछ गाय और बछड़े भी शामिल थे उनको लेकर जा रहे थे। एक पुलिस पोस्ट पर पूछताछ के लिए उन लोगों को रोका गया था। लेकिन पूछताछ पूरी होने से पहले ही वहां कथित बजंरग दल और VHP के लोग पहुंच गए। उसके बाद उन लोगों ने कथित रूप से मारपीट की। बाद में पीड़ित लोगों को जम्मू के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।

इंडियन एक्सप्रेस को जानकारी मिली कि वहां के खानाबदोश हर साल गर्मियों में अपने जानवरों को लेकर ऊंची जगहों पर चले जाते जाते हैं। वहीं सर्दियों में इसका उल्टा किया जाता है।

इस पूरे मामले पर भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुनील सेठी ने कहा कि उनकी तरफ से किसी को भी कानून को हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी राज्य में गौहत्या की मांग करती है लेकिन किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं देती। सनील ने कहा कि आगे होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए माहौल बिगाड़ने के लिए ऐसा किया जा रहा है।