कश्मीर के उरी में हुई मुठभेड़ की घटना में सेना के 17 जवान शहीद हो गए। लेकिन इस हमले में ज्यादातर जवान आतंकियों की गोली की वजह से नहीं बल्कि टेंट में सोए होने की वजह से शहीद हुए हैं। दरअसल, आतंकियों ने एक ग्रेनेड से भी हमला किया गया था। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, वह ग्रेनेड जवानों के टेंट पर आकर गिरा जिसकी वजह से उसमें आग लग गई और ज्यादातर जवानों की उसमें ही मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई। दरअसल, वे जवान कुछ देर पहले ही ड्यूटी चेंज होने के बाद उन टेंटों में सोने के लिए आए थे। इस हमले में अबतक चार आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। सर्च ऑपरेशन फिलहाल जारी है। मठभेड़ लगभग 6 घंटे तक चली थी।
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तरी कश्मीर के उरी शहर में रविवार (18 सितंबर) सुबह भारी हथियारों से लैस आतंकवादी एक बटालियन मुख्यालय में घुस गए थे। इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए और 19 अन्य घायल हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब चार बजे हुए आतंकी हमले के साथ ही विस्फोटों की आवाज सुनाई दी और मुठभेड़ शुरू हो गई।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया है। पीएम ने इस हमले की निंदा करते हुए सख्त एक्शन लेने की बात बात कही है। पीएम ने लिखा, ‘हम उरी में हुए कायराना हमले की निंदा करते हैं। मैं देश को भरोसा देता हूं कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।’ दूसरे ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘शहीद हुए सैनिकों को हम सलाम करते हैं। देश उनकी कुर्बानी हमेशा याद रखेगा।’