जम्‍मू कश्‍मीर के अतहर आमिर उल शफी खान ने सिविल सर्विसेज परीक्षा परिणाम में पूरे देश में स्‍थान हासिल किया है। 23 साल के अतहर दक्षिण कश्‍मीर के अनंतनाग जिले के देवीपुरा गांव के रहने वाले हैं। उन्‍होंने लगातार दूसरे साल सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की। पिछले साल उनकी रैंक 560 थी जो इस साल नंबर दो पर आ गर्इ। अतहर ने बताया, ‘सपना पूरा हो गया। मैं हमेशा से सिविल सर्विसेज में जाना चाहता था। पिछले साल भी मेरा सलेक्‍शन हो गया था लेकिन मेरी रैंक 560 रही। इस साल मैंने फिर से कोशिश की और दूसरा स्‍थान हासिल किया।’

अतहर वर्तमान में लखनऊ में सिविल सर्विसेज की ट्रेनिंग ले रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि जम्‍मू कश्‍मीर में पोस्टिंग उनकी पहली पसंद होगी। लेकिन वे देश में कहीं भी काम करने के लिए तैयार हैं। उन्‍होंने कहा,’यदि मुझे देश के किसी भी हिस्‍से में भेजा जाता है तो मैं पूरे उत्‍साह और निश्‍चय से काम करूंगा।’ वहीं देवीपुरा में उनके पिता मोहम्‍मद शफी खान को उम्‍मीद है कि अतहर की सफलता से घाटी के युवाओं को भी सफल होने की प्रेरणा मिलेगी।

अतहर के पिता पेशे से अध्‍यापक हैं। वे अनंतनाग में गवर्नमेंट हायर सैकेंडरी स्‍कूल में इकॉनॉमिक्‍स पढ़ाते हैं। उन्‍होंने कहा,’मेरा बेटा गांव और परिवार से पहला आईएएस अधिकारी है। मुझे उम्‍मीद है कि वह इलाके के अन्‍य छात्रों के लिए प्रेरणा बनेगा।’ बता दें कि अनंतनाग आतंकवाद से बुरी तरह प्रभावित है। हाल के दिनों में कई युवा आतंकी बन गए। सुरक्षा बल भी इसके चलते चिंतित हैं। अतहर भी इस बात को जानते हैं। उन्‍होंने बताया, ‘मैं उम्‍मीद करता हूं कि मेरा सलेक्‍शन कश्‍मीर विशेष रूप से दक्षिण कश्‍मीर के युवाओं के लिए प्रेरणा बने।’

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परिवार ने बताया कि अतहर हमेशा से पढ़ने में मेधावी थे। उन्‍होंने अनंतनाग और श्रीनगर से स्‍कूली शिक्षा ली। 2010 में उनका चयन आईआईटी मंडी में हो गया। दो साल पहले उनकी इंजीनियर की पढ़ार्इ पूरी की। इससे पहले उनका मेडिकल में भी चयन हो गया था लेकिन आईआईटी में दाखिले के बाद उन्‍होंने वह छोड़ दिया। गर्वनमेंट कॉलेज में कंप्‍यूटर साइंस के अध्‍यापक निसार इकबाल ने कहा कि यहां प्रतिभा कमी नहीं है। शाह फैसल के यूपीएससी एग्‍जाम टॉप करने के बाद कश्‍मीर के अन्‍य युवाओं को भी आत्‍मविश्‍वास मिला।