गृह मंत्री राजनाथ सिंह शहीदी दिवस के लिए रविवार (11 दिसंबर) को जम्मू कश्मीर के कठुआ गए। वहां उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘भले ही पाकिस्तान ने चा-चार बार हिंदुस्तान पर हमला किया हो, पर यहां के जवानों ने उनके दांत खट्टे कर दिए हैं।’ राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘अभी तो पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए हैं अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो पाकिस्तान के शायद 10 टुकड़े हो जाएं।’ राजनाथ सिंह ने आगे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का जिक्र करते हुए कहा, ‘कारगील की लड़ाई के बाद भी अटल जी ने पाक की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। लेकिन पाक ने उसके बदले क्या किया? सीजफायर का उल्लंघन।’ राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘कभी ना की पाक भी हमारे परिवार का अंग रहा है। आज भी हम उसे अलग नहीं मानते। उनके ऊपर हम गोली नहीं चलाना चाहते।’

इससे पहले 12 नवंबर को एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान और आतंकवाद पर कुछ अलग ही अंदाज में टिप्पणी की थी। भोजपुरी अध्ययन शोध केंद्र के कार्यक्रम में बोल रहे राजनाथ सिंह ने कहा था, ‘हमनी के ना आटा चाही, ना टाटा चाही, हमनी के पाकिस्तान में सन्नाटा चाही।’

वहीं,  शनिवार (10 दिसंबर) को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के समापन दिवस पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा था कि ‘भगवद गीता’ जीवन का सार है। राजनाथ सिंह ने कहा था कि गीता का संदेश विश्व को आतंकवाद समेत उन समस्याओं से निजात दिला सकता है जिनसे मानवता जूझ रही है।