विरोध प्रदर्शनकारियों ने रविवार (4 सितंबर) को दक्षिण कश्मीर के त्राल के पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक मुश्ताक अहमद शाह के घर पर हमला किया। इस हमले में उनके घर के शीशे तोड़े गए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘त्राल में विरोध प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष हुआ और कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरों से त्राल के विधायक मुश्ताक अहमद शाह के घर पर हमला किया।’ उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने घरों की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए, हालांकि हमले में कोई घायल नहीं हुआ। अधिकारी ने कहा, ‘इलाके में तैनात बलों ने आंसू गैस के कई गोले दागे और घटनास्थल से प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने में सफल रहे।’ उन्होंने यह भी बताया कि त्राल में रूक रूककर संघर्ष जारी हैं।

मुश्ताक अहमद शाह त्राल से विधायक हैं। इसी इलाके में बुरहान वानी का घर भी है। एक बार उन्होंने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को आतंकी मानने से इंकार किया था। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अहमद ने कहा था, ‘वह आतंकी नहीं था। लोग उसे इसलिए पंसद करते थे क्योंकि वह महान था और धर्मात्मा के चरित्र वाला था। हमारी पार्टी की उन लोगों से कोई दुश्मनी नहीं है जो बुहरान वानी की मौत पर दुखी हैं। बल्कि हम तो मानते हैं कि बुरहान की मौत से अलगाववादियों को एक नई ताकत मिल गई है।’ अहमद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर भी आरोप लगाए। उनका कहना था कि बुरहान पिछली सरकार द्वारा सताए जाने और शोषण होने पर ऐसा बना था। अहमद ने कहा, ‘सभी जानते हैं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस युवाओं को थाने में जबरन बंद करवा देती थी और उनपर अत्याचार करती थी।’

इससे पहले बुधवार (31 अगस्त) को साउथ कश्मीर के कुलगाम में भीड़ ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सासंद नजीर अहमद के घर में हमला करके आग लगा दी थी। जिस समय भीड ने सासंद के घर में हमला किया, वहां कोई मौजूद नहीं था। इससे पहले जम्मू कश्मीर सरकार के मंत्री के घर पर भी हमला किया गया था। राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री नईम अख्तर के घर पर पेट्रोल बम फेंके गए थे।