जहां एक तरफ हाल ही में कश्मीर के कई छात्र पुलिस पर पत्थरबाजी करते नजर आए वहीं दूसरी तरफ लाखों कश्मिरी युवा पुलिस की नौकरी करना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर में पुलिस बहाली में पारदर्शिता लाने के लिए पहली बार भर्ती का काम एक प्राइवेट कंपनी को दिया गया है। कश्मीर के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल गुलाम हसन भट्ट ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ” कांस्टेबल के 5362 पदों के लिए पूरे राज्य से करीब एक लाख 18 आवेदन आए हैं।” वहीं 680 सब-इंस्पेक्टर पदों की पोस्ट के लिए करीब 70 हजार युवाओं ने अर्जी दी है। पुलिस में भर्ती होने के लिए आवेदन करने वालों में महिलाएं भी हैं लेकिन उनके संख्या काफी कम है।
कश्मीर में पुलिस भर्ती परीक्षा का पहला चरण पूरा हो चुका है। कुलगाम, पुलवामा और शोपियां को छोड़ बाकी जिलों में फीजिकल एंड्यूरेंस टेस्ट (पीईटी) और फीजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट (पीएसटी) परीक्षाएं हो चुका है। कुलगाम में रविवार को भर्ती प्रक्रिया दक्षिण कश्मीर के कुलगाम, पुलवामा और शोपियां पिछले एक साल में हिंसा के ज्यादा शिकार रहे हैं।
सबसे अधिक 5121 उम्मीदवार अनंतनाग जिले से हैं। वहीं कारगिल जिले में 1029 लोगों ने आवेदन किया है। दक्षिण कश्मीर के चार हिंसाग्रस्त जिलों (अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा) में क्रमशः 5121, 2902, 3419 और 1704 युवाओं ने पुलिस बल में शामिल होने के लिए आवेदन किया है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने जवानों और अधिकारियों को घर न जाने के लिए कहा है, खास तौर पर दक्षिण कश्मीर में। पिछले कुछ समय में आतंकियों ने कई पुलिसवालों के घरों पर हमला किया। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट उमर फयाद को उनके एक रिश्तेदार के घर में घुसकर अगवा कर लिया और अगली सुबह उनका शव मिला।
डीआईजी भट्ट ने कहा कि आवेदन करने वाले करीब 80 प्रतिशत उम्मीदवार पीईटी और पीएसटी परीक्षा दे चुके हैं। पहले चरण की परीक्षा पास कर लेने वाले उम्मीदवारों को एक लिखित परीक्षा देनी होगी। सब-इंस्पेक्टर पद के लिए 1187 महिलाओं ने आवेदन किया है। सबसे अधिक 31 महिलाओं ने श्रीनगर से आवेदन किया है। वहीं लद्दाख के लेह जिले से केवल 18 महिलाओं ने आवेदन किया है। कांस्टेबल पद पर भर्ती के लिए लखनऊ स्थित एक कंपनी को ठेका दिया गया है। वहीं सब-इंस्पेक्टर पद के लिए एक अन्य एजेंसी को जिम्मा सौंपा गया है।