जम्मू-कश्मीर में आतंकी लगातार कश्मीरी पंडितों को निशाना बना रहे हैं। गुरुवार को बडगाम जिले के चडूरा तहसील में घुसकर आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या कर दी। राहुल भट्ट की हत्या के विरोध में कश्मीरी पंडित विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भट्ट की हत्या के विरोध में 350 कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को भेजे गए इस्तीफे में इन कर्मचारियों ने कहा है कि वे राहुल भट्ट की हत्या के बाद खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और उनके पास सामूहिक इस्तीफा देने के अलावा कोई चारा नहीं है। ये सभी कश्मीरी पंडित प्रधानमंत्री पैकेज के कर्मचारी हैं। राहुल भट्ट की हत्या से गुस्साए कश्मीरी पंडितों का कहना है कि उनको निशाना बनाकर लगातार उन पर हमले हो रहे हैं और सरकार उन्हें सुरक्षा देने में नाकाम रही है।
सुरक्षाबलों ने आतंकियों को किया ढेर
इसी बीच, सुरक्षाबलों को जानकारी मिली कि बांदीपोरा के बरार इलाके में कुछ आतंकी छिपे हैं। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया, इस दौरान आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर शुरू हो गया। सुरक्षाबलों ने राहुल भट्ट की हत्या में शामिल तीनों आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया।
राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों में गुस्सा है। वहीं, विरोध प्रदर्शन के बीच शुक्रवार को हजारों लोगों की भीड़ की मौजूदगी में राहुल भट्ट का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भीड़ ‘भारत माता की जय’ और ‘राहुल के हत्यारों को फांसी दो’ के नारे लगा रही थी।
राहुल भट्ट की हत्या पर दिग्गज कलाकार अनुपम खेर का भी गुस्सा फूटा है। अनुपम खेर ने कहा कि राहुल भट्ट नाम के कश्मीरी हिंदू को जेहादियों ने मार दिया, जो लोग ‘द कश्मीर फाइल्स’ को झूठी फिल्म बता रहे थे, वे अब क्या कहेंगे।
राहुल भट्ट की हत्या के विरोध में कश्मीरी पंडितों ने गुरुवार रात जम्मू-श्रीनगर हाईवे और बारामुला श्रीनगर हाईवे को जाम कर दिया। उन्होंने राहुल भट्ट के शव को सड़क पर रखकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने 8 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैसे के गोले भी दागने पड़े ज, भीड़ एयरपोर्ट की तरफ जाने की कोशिश कर रही थी।