लद्दाख में दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के झटके लगते ही लोग डर गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 बताई गई है।

अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी से मिली जानकारी के अनुसार यह भूकंप दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर आया था। अधिकारियों ने बताया कि इसका केंद्र 30 किमी की गहराई पर 36.02 डिग्री उत्तर अक्षांश और 77.33 डिग्री पूर्व देशांतर पर था।

बता दें कि लद्दाख में हाल के दिनों में कई बार भूकंप आ चुका है। कुछ दिन पहले 22 अप्रैल को शाम में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भी इसकी तीव्रता कुछ इतनी ही थी। छह अप्रैल को भी यहां भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि इन दोनों भूकंपों में किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन लगातार धरती के कांपने से स्थानीय लोगों में दहशत का महौल है।

क्या होता है भूकंप- भूकंप तब आता है जब पृथ्वी के दो खंड अचानक एक दूसरे के पीछे खिसक जाते हैं। जिस सतह पर वे फिसलते हैं उसे फॉल्ट या फॉल्ट प्लेन कहा जाता है। भूकंप के कारण जमीन का हिलना, जमीन का टूटना, भूस्खलन और सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएं आती हैं। इसके कारण कभी-कभी सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है और पूरा शहर तबाह हो जाता है।

कैसे करें बचाव- भूकंप आते ही सबसे पहले अपने-आप को बचाना जरूरी है। इस दौरान बाहरी दीवारों, खिड़कियों, चिमनियों और लटकी हुई वस्तुओं से दूर रहें। यदि आप बिस्तर या कुर्सी से हिलने-डुलने में असमर्थ हैं, तो कंबल और तकिए से खुद को कवर कर लें ताकि गिरने वाली वस्तुओं से बच सकें और कम से कम चोट लग सके। अगर आप बाहर हैं तो पेड़ों, टेलीफोन के खंभों और इमारतों से दूर खुले मैदान में जाएं और तब तक वहीं रहें जब तक झटके लगने बंद ना हो जाएं।