पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर हिज्बुल मुजाहिद्दीन के एक मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है जो उत्तर कश्मीर के बारामुला जिले में युवकों को आतंकवाद की ओर आर्किषत कर रहे थे। बारामुला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मीर इम्तियाज हुसैन ने कहा कि मुखबिर से प्राप्त पुष्ट सूचना के आधार पर 29 राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की सहायता से बारामुला पुलिस ने बेहरामपोरा तिलगाम क्रासिंग पर चेक नाका लगाया और तीन संदिग्धों को पकड़ा। उन्होंने कहा कि तीनों की पहचान अनदेरगाम पाटन निवासी वसीम अहमद मीर और अछाबल सोपोर निवासियों उमेर हसन राथेर तथा अकिफ हुसैन राथेर के रूप में हुई है।
हुसैन ने कहा कि तीनों संदिग्धों के कब्जे से दो चानी पिस्तौल और गोलियां बरामद की गयीं। अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान तीनों ने स्वीकार किया है कि वह आतंकवादी संगठन हिज्बुल के लिए काम कर रहे थे और युवाओं को आतंकवाद से जुड़ने के लिये बहका रहे थे। उन्होंने कहा कि ये लोग उत्तर कश्मीर में लंबे समय से आतंकवादियों से जुड़े हैं और युवाओं को आतंकवाद की ओर आर्किषत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
नेटवर्क का नेतृत्व हिज्बुल का कमांडर परवेज वानी उर्फ मुबासिर कर रहा है। वह पड़ोसी कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में गालूरा निवासी है। हुसैन ने कहा कि 13 गैरकानूनी गतिविधियां निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है।
J&K: 3 overground workers of Hizbul Mujahideen, working for Parvez Wani, arrested in Baramulla’s Kreeri; weapons seized pic.twitter.com/YSTyUmcp4B
— ANI (@ANI) August 8, 2017
इसी बीच खबर ये भी है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के एक दल पर गोलीबारी की और उनकी घेरेबंदी से बचकर भागने में सफल रहे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल पुलवामा जिले के द्रबगाम में संभावित आतंकवादी गतिविधि की सूचना मिलने के बाद कल देर रात घात लगाकर बैठे थे तभी सुरक्षाबलों को देखकर आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी और वे घटनास्थल से फरार हो गए।
अधिकारी ने बताया कि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाश अभियान शुरू किया लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिलने के बाद आज सुबह इस अभियान को बंद कर दिया गया।