पुलवामा हमले की जांच कर रहे सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के घाटी में स्थित गढ़ (टेरर हॉट बेड) का खुलासा किया है। इन इलाकों में कई सालों से आतंकी अपना गढ़ जमाए हैं। NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को यहां जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के होने के सबूत मिले हैं। अब सेना और सुरक्षा एजेंसियों की नजर पंपोर से पुलवामा के बीच के आतंकियों का गढ़ है जहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है।

पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड की खोज: जांच में जुटी एजेंसियों के अनुसार आतंकियों का गढ़ जम्मू-श्रीनगर के नेशनल हाइवे पर है। यह इलाका हाइवे पर करीब 20 से 25 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। सूत्रों के अनुसार पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड रशीद गाजी और कामरान इसी बेल्ट से आते हैं। माना जा रहा है कि गाजी ने पुलवामा में आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले कश्मीरी युवक आदिल डार को विस्फोटक लगाने और उसे विस्फोट करने की ट्रेनिंग दी थी। अफगानी मुजाहिद्दीन रहा गाजी IED एक्सपर्ट माना जाता है। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार 11 फरवरी को पुलवामा के रत्नीपुरा गांव में सेना के साथ मुठभेड़ में राशिद गाजी बचकर भाग निकला था। मुठभेड़ में एक स्थानीय आतंकी मारा गया था जबकि तीन आतंकी जान बचाकर भागे थे।

आतंकियों के कॉल्स और डेटा की जांच: बता दें कि 2014 से 2018 के बीच करीब 10 आतंकी हमले हो चुके हैं और हमले की तकनीक पर जांच चल रही है । NIA ने पुलवामा से पंपोर के बीच मोबाइल टावर के माध्यम से आतंकियों के कॉल डिटेल और जानकारियां निकालने की कोशिश कर रही है। यही नहीं अब एजेंसियों की जांच पर घाटी में हुए सभी टेलीग्राम मैसेज, इंटरनेट कॉल की डिटेल भी खंगाल रही है। जानकारी के अनुसार NIA जैश-ए-मोहम्मद के टेलीग्राम चैनल अंसार-ए-जैश के वीडियो और कोड का इस्तेमाल किए गए संदेशों को भी समझने में जुटी है।