जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्य पाल मलिक ने शनिवार को आतंकवाद पर सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा है कि सामने से गोली चलेगी तो इसका जवाब बुलेट से ही दिया जाएगा। अगर सामने से फायरिंग होती है तो आप गुलदस्ते नहीं दे सकते। जनरल साहब गोलियों से गोलियों का जवाब देंगे।

गवर्नर ने कहा ‘युवाओं को जन्नत का सपना दिखाकर गुमराह किया जा रहा है। हमें नेक इरादों के साथ काम करना चाहिए। युवाओं के पास वास्तव में दो स्वर्ग हैं, एक कश्मीर में और दूसरा उन्हें तब हासिल होगा जब वह अच्छे मुस्लिम बनने की राह पर आगे बढ़ेंगे।’

उन्होंने कहा ‘मुझे खुशी है कि हुर्रियत (एम) के अध्यक्ष मीरवाइज मोलवी उमर फारूक ने ड्रग के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं यह एक बड़ा खतरा है। यह बुरी आदत यहां के युवाओं में फैल रही है। जम्मू में हालात बेहद खराब है जबिक पंजाब तो नशाखोरी की वजह से बर्बाद हो चुका है। हमें युवाओं के मारे जाने पर दुख होता है। हम जम्मू-कश्मीर के युवाओं की मुख्यधारा में वापसी चाहते हैं। जब मैं गवर्नर के रूप में राज्य में आए तो मैंने फैसला किया था कि मैं केवल खुफिया विभाग की ही नहीं बल्कि लोगों के भी विचारों को जानने के लिए उनसे भी बातचीत करूंगा।’

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस बातचीत के लिए तैयार: सत्यपाल मलिक ने कहा कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता केंद्र सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं। बीते कुछ सालों में घाटी में हालात सुधरे हैं। आज वह बातचीत के लिए तैयार हैं। सभी की सोच में बदलाव आया है। 2016 में हुर्रियत नेता बातचीत के लिए तैयार नहीं थे। केंद्र ने राम विलास पासवान को बातचीत के लिए भेजा था लेकिन उन्हें बिना किसी बातचीत के वापस लौटना पड़ा था।

बता दें कि केंद्र ने अंशात घाटी में शांति की बहाली के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजा था लेकिन हुर्रियत नेताओं ने बातचीत की पेशकश को ठुकरा दिया था। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।