जम्मू-कश्मीर की पीडीपी और बीजेपी की गठबंधन सरकार में अब ‘कश्मीरी’ और ‘हिंदुस्तानी’ की बात पर मतभेद उभरता नजर आ रहा है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक पीडीपी के सोनवर विधानसभा से विधायक और फायरब्रांड नेता मोहम्मद अशरफ मीर ने रविवार (4 फरवरी) को विधानसभा में कहा कि वह पहले कश्मीरी है, फिर हिंदुस्तानी है। अशरफ मीर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला को हराकर विधायक बने थे। कहा जा रहा है कि कठुआ से बीजेपी विधायक आरएस पठानिया ने कहा था कि हम सब हिंदुस्तानी हैं। उनकी इसी बात को लेकर मीर का बयान अब तूल पकड़ रहा है। मोहम्मद अशरफ मीर ने हरियाणा में शुक्रवार (2 फरवरी) को हुए तीन कश्मीरियों पर हमले का भी मुद्दा उठाया। नेशनल कांफ्रेंस के अल्ताफ कालू ने शून्यकाल के दौरान पीडीपी के विधायकों से प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा था। कालू ने विधानसभा को यह भी सूचना दी कि उन्हें हरियाणा में पढ़ रहे दूसरे कश्मीरी छात्रों ने भी मैसेज किए हैं, वे अपनी सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं।
बता दें कि हरियाणा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दो कश्मीरी छात्रों के साथ महेंद्रगढ़ में अज्ञात लोगों मारपीट की थी। दोनों छात्रों पर उस वक्त हमला हो गया जब वे शुक्रवार (शुक्रवार, 2 फरवरी) को जुमे की नमाज के बाद मस्जिद से लौट रहे थे। छात्रों की पहचान 23 वर्षीय आफताब अहमद और 22 वर्षीय अमजद अली के रूप में हुई थी। दोनों छात्र जम्मू के राजौरी से बताए जाते हैं। आफताब ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा था कि वह और उसका दोस्त नमाज पढ़ने मस्जिद गए थे। जब वे बाहर आए तो देखा कि कुछ लोग उनका पीछा कर रहे थे। वे बाइक पर निकलने वाले ही थे कि 15-20 लोगों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया।
पीड़ित छात्रों ने कहा था कि उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची और उन्हें अस्पताल में छोड़कर चली गई, वहां से वे यूनिवर्सिटी कैंपस लौट आए। छात्रों ने बताया था कि उन्होंने फैकल्टी को इस बारे में जानकारी दी थी और यूनिवर्सिटी के पास शिकायत दर्ज कराई थी।