आज  (24 दिसंबर) से वैष्णो देवी- भैरो घाटी रोपवे जनता के लिए शुरू हो गया है। इस रोपवे सुविधा का काफी वक्त से इंतजार किया जा रहा था। जिसके बाद आज इसकी शुरूआत हुई। राज्यपाल सत्यपाल मलिक राजभवन ने इसका ई-उद्घाटन किया। बता दें कि रविवार को रोपवे का ट्रायल किया गया जिसमें करीब तीन हजार श्रद्धालुओं ने इसका निशुल्का लाभ उठाया। वहीं सोमवार को शुभारंभ के बाद से अब यात्रियों को इस सेवा के लिए सौ रुपए का भुगतान करना पड़ेगा।

ट्रायल से पहले पूजा- अर्चना
वैष्णो देवी- भैरो घाटी रोपवे के ट्रायल से पहवे रविवार को भवन में पूजा अर्चना की गई। इस पूजा में श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप सिंह और एसडीएम भवन नरेश कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। वैष्णो देवी- भैरो घाटी रोपवे का ट्रायल दोपहर से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चला।

भक्तों को करना पड़ा इंतजार
वैष्णो देवी- भैरो घाटी रोपवे का करीब 3 हजार भक्तों ने ट्रायल किया। हालांकि इस सुविधा के लिए उन्हें इंतजार करना पड़ा। वहीं वैष्णो देवी- भैरो घाटी रोपवे के चलते भैरौ मंदिर में संख्या में काफी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।

क्या है मान्यता
वैष्णो देवी के दरबार में ऐसी मान्यता है कि अगर माता के दर्शन के बाद भैरो बाबा के दर्शन न किए जाए तो यात्रा अधूरी रहती है। चूंकि भैरो बाबा के दरबार के लिए चढ़ाई काफी ज्यादा है और ऐसे में कई भक्त थकावट के कारण उपर जाने में हार जाते हैं। ऐसे में वैष्णो देवी- भौरा घाटी रोपवे भक्तों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है।

उत्साहित दिखे श्रद्धालु
वैष्णो देवी- भैरो घाटी रोपवे के चलते श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। उनका कहना है कि एक तरफ जहां माता के दर्शन के बाद आसानी से भैरो बाबा के दर्शन होंगे तो वहीं दूसरी ओर रोपवे का भी मजा मिलेगा।